Bijapur Journalist Murder : बीजापुर जिले में युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी ठेकेदार रितेश चंद्राकर भी शामिल है, जिसे दिल्ली से पकड़ा गया। रितेश चंद्राकर को पुलिस की टीम दिल्ली से बीजापुर लेकर आई है और सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
हत्या के बाद फरार आरोपी रितेश चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया गया है, और पुलिस को अन्य आरोपियों के भी शामिल होने की आशंका है। इस समय पुलिस द्वारा जांच जारी है, और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद मामले में और जानकारी मिल सकती है।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में स्थानीय नागरिकों और पत्रकार संगठनों ने 4 जनवरी को बीजापुर बंद का आह्वान किया है। इसके साथ ही अस्पताल चौक पर दो घंटे के सांकेतिक चक्का जाम का आयोजन किया जाएगा। आयोजकों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो 5 जनवरी से अनिश्चितकालीन चक्का जाम शुरू कर दिया जाएगा।
मुकेश चंद्राकर के शव को बीजापुर के एक ठेकेदार के परिसर से बरामद किया गया था। वह 1 जनवरी की रात से लापता थे और उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने बताया कि शव जिस परिसर से बरामद हुआ, वह ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का है, जहां बैडमिंटन कोर्ट और नौकरों के लिए क्वार्टर भी हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव का बयान
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की दुखद मृत्यु पर शोक व्यक्त किया और शोकसंतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं और कहा कि यह घटना पत्रकारिता जगत और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस हत्याकांड के अपराधियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।
लोकल नागरिकों और पत्रकार संगठनों की मांगें
स्थानीय नागरिकों और पत्रकार संगठनों ने सरकार और प्रशासन से कुछ महत्वपूर्ण मांगें की हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- संपत्ति जब्ती: सुरेश चंद्राकर की बीजापुर और बस्तर संभाग में स्थित सभी संपत्तियों को जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित किया जाए।
- कड़ी सजा: हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए।
- सुरक्षा हटाई जाए: सुरेश चंद्राकर की सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों को हटाया जाए।
- टेंडर और खाते रद्द: सुरेश चंद्राकर को दिए गए सभी टेंडर रद्द किए जाएं और उनके बैंक खाते व पासपोर्ट सील किए जाएं।
- अवैध निर्माण पर कार्रवाई: घटना स्थल पर स्थित अवैध निर्माणों को नष्ट किया जाए और सुरेश चंद्राकर के प्लांट को सील किया जाए।
- शहीद का दर्जा: पत्रकार मुकेश चंद्राकर को शहीद का दर्जा दिया जाए।
रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर और महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय ने भी इस हत्याकांड की एसआईटी से जांच करवाने की मांग की है और कहा है कि हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी
यदि सरकार इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं करती है, तो पत्रकार संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने 5 जनवरी से बीजापुर में अनिश्चितकालीन चक्का जाम की चेतावनी दी है। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय नहीं मिलता।
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