National Herald Case : नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और चार्जशीट में सोनिया गांधी व राहुल गांधी का नाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी एक बार फिर एक्टिव मोड में आ गई है। इस केस में आगामी 25 अप्रैल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होनी है, जिसे लेकर कांग्रेस ने अपनी कानूनी और राजनीतिक रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को एक अहम बैठक बुलाई है। यह बैठक दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में होगी, जिसमें पार्टी के सभी महासचिव, प्रभारियों और फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों को बुलाया गया है।
राहुल गांधी रवाना हुए अमेरिका
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने अपने वकीलों से चर्चा के बाद यह फैसला किया है कि वो इस केस में सीधे हाईकोर्ट का रुख नहीं करेंगे, बल्कि राउज एवेन्यू कोर्ट की कानूनी प्रक्रिया में पूरी तरह से शामिल होंगे। उन्हें अदालत में पेश होने के लिए भी तैयार रहना होगा।
कानूनी सलाह के बाद राहुल गांधी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अमेरिका के बोस्टन के लिए रवाना हो चुके हैं। इस दौरान कानूनी प्रक्रिया के हर चरण में सहयोग देने के लिए राहुल की ओर से तैयारियों की जानकारी दी गई है।
कांग्रेस का राजनीतिक मोर्चा भी तैयार
कानूनी लड़ाई के साथ-साथ अब कांग्रेस ने राजनीतिक मोर्चे पर भी आक्रामक रुख अपनाने का मन बना लिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, खरगे की अगुवाई में होने वाली इस बैठक में कांग्रेस आगामी रणनीति को अंतिम रूप देगी और संभवत: कोई बड़ा ऐलान भी हो सकता है।
बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन कर राजनीतिक लड़ाई की शुरुआत कर दी थी। अब पार्टी चाहती है कि वह इस मुद्दे को लगातार सियासी तौर पर गर्म रखे और भाजपा सरकार को घेरने के लिए फ्रंटफुट पर खेले।
ईडी की चार्जशीट
ईडी ने नेशनल हेराल्ड और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं।
इससे पहले 12 अप्रैल को ईडी ने AJL की 661 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों को जब्त करने के लिए नोटिस जारी किया था। यह कार्रवाई दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में की गई थी।
कांग्रेस की दोहरी रणनीति
कांग्रेस अब यह साफ संदेश देना चाहती है कि वह न केवल अदालत में बल्कि सड़क पर भी यह लड़ाई लड़ेगी। पार्टी का मानना है कि ईडी की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से की जा रही है और विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है।
कुल मिलाकर, 25 अप्रैल की सुनवाई से पहले कांग्रेस ने अपने फ्यूचर एक्शन प्लान को लेकर कमर कस ली है। अब देखना होगा कि कोर्ट में क्या होता है और सियासी मैदान में कांग्रेस किस तरह इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाती है।