Constitution Day 2024 : भारत के संविधान को अपनाए हुए 75 साल पूरे होने के मौके पर केंद्र सरकार ने मंगलवार से साल भर चलने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत कर दी है। इस कार्यक्रम की शुरुआत ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ अभियान के तहत की गई, जो पुराने संसद भवन में आयोजित एक भव्य समारोह से हुई। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कार्यक्रम को संबोधित किया, जबकि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्रियों के साथ संसद के दोनों सदन के सदस्य भी मौजूद रहे।
26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने अपनाया था संविधान
भारत के संविधान को अपनाने की ऐतिहासिक घटना 26 नवंबर 1949 को हुई थी, जब संविधान सभा ने इसे स्वीकृति दी थी। इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया, और तब से यह भारतीय लोकतंत्र की नींव बन चुका है। संविधान के इस ऐतिहासिक सफर को याद करते हुए सरकार ने 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कई विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है।
पूरे देश के स्कूलों में होगा संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ
इस कार्यक्रम के तहत नागरिकों को संविधान की विरासत से जोड़ने के लिए ‘कॉन्स्टिटूशन75 डॉट कॉम’ नामक एक वेबसाइट भी लॉन्च की गई है। केंद्रीय संस्कृति सचिव अरुणीश चावला ने बताया कि इस ऐतिहासिक मौके पर पूरे देश के स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ किया जाएगा। यह कदम बच्चों और युवा पीढ़ी को संविधान की मूल धारा से जोड़ने के लिए अहम है।
संविधान सभा की पहली बैठक
संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को दिल्ली के पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में हुई थी, जो भारतीय संविधान की नींव का पहला कदम था। इसी ऐतिहासिक कक्ष में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुर्मू ने अध्यक्षता की, जबकि प्रधानमंत्री मोदी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी होंगे जारी
इस अवसर पर एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया जाएगा। यह स्मारक सिक्का और डाक टिकट संविधान की महानता और भारतीय लोकतंत्र की स्थिरता को सम्मानित करने के लिए जारी किए जाएंगे।
पीएम मोदी इस कार्यक्रम को संबोधित नहीं करेंगे – रिजिजू
केंद्रीय संस्कृति सचिव अरुणीश चावला के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और दो अन्य केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी मीडिया से बातचीत की। रिजिजू ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम को संबोधित नहीं करेंगे। उन्होंने विपक्षी दलों पर बिना सही जानकारी के प्रतिक्रिया देने का आरोप लगाया और कहा कि इस अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष ही कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
इंडिया गठबंधन के नेताओं का पत्र
रिजिजू की यह टिप्पणी उस समय आई है जब इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर संविधान दिवस समारोह में दोनों सदनों के विपक्षी नेताओं को संबोधित करने की अनुमति देने का अनुरोध किया था।
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