Delhi Election 2025 : नई दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार परवेश वर्मा ने सोमवार को ऐलान किया कि दिल्ली के प्रसिद्ध तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलकर इसे भगवान महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा जाएगा। यह प्रस्ताव 8 फरवरी 2025 के बाद होने वाली पहली एनडीएमसी (नॉर्थ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन) बैठक में पेश किया जाएगा और यदि प्रस्ताव पारित होता है, तो इसे आधिकारिक रूप से लागू कर दिया जाएगा।
परवेश वर्मा ने इस मौके पर कहा कि वाल्मीकि समाज एक पिछड़ा हुआ समाज है और यह अनुसूचित जाति का समाज है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब तक हम अनुसूचित जाति को आगे लेकर नहीं आएंगे, तब तक देश का समग्र विकास संभव नहीं है। उनका यह बयान दिल्ली विधानसभा चुनाव के संदर्भ में आया है, जहां परवेश वर्मा बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर अरविंद केजरीवाल (आम आदमी पार्टी) और संदीप दीक्षित (कांग्रेस) के साथ मुकाबले में हैं। तीनों के बीच यह चुनावी मुकाबला बहुत ही तगड़ा माना जा रहा है।
तालकटोरा इंडोर स्टेडियम जो दिल्ली के एक प्रमुख इनडोर खेल स्थल के रूप में जाना जाता है यह स्टेडियम जिसे मुग़ल-कालीन तालकटोरा गार्डन के नाम पर रखा गया था, 3035 दर्शकों की क्षमता के साथ एक ऐतिहासिक स्थल है। इस स्टेडियम में तालकटोरा स्विमिंग पूल भी शामिल है और यह कई महत्वपूर्ण आयोजनों का स्थल रहा है।
इस स्टेडियम का नवीनीकरण 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के लिए किया गया था और 25 फरवरी 2010 को इसका औपचारिक उद्घाटन हुआ था। राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान इस स्टेडियम में मुक्केबाजी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं। इसके अलावा कारगिल युद्ध राहत कोष के लिए एक स्टार नाइट का आयोजन भी यहां किया गया था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 8 फरवरी 2025 को वोट डाले जाएंगे और उसी दिन चुनाव परिणामों की घोषणा की जाएगी। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में एक ही चरण में मतदान होगा। इस चुनावी मुकाबले में तालकटोरा स्टेडियम का नाम बदलने का प्रस्ताव एक अहम मुद्दा बन गया है, जो न केवल राजनीतिक रूप से बल्कि समाजिक दृष्टिकोण से भी ध्यान आकर्षित कर रहा है।