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Earthquake : Delhi-NCR, पंजाब, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में महसूस किये गए भूकंप के तेज झटके, जानिए इस बार कहा था केंद्र

by | Jan 11, 2024 | देश, बड़ी खबर, मुख्य खबरें

Earthquake : इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आई है। आज गुरुवार को भूकंप के झटको से दिल्ली एनसीआर, पंजाब चंडीगढ़ सहित जम्मू कश्मीर की धरती कांप उठी है। आपको बता दें कि भूकंप के झटको को बहुत देर तक महसूस किया गया है। जैसे ही ही भूकंप के झटके लोगो को महसूस हुए सभी अपने घरों दफ्तरों से बाहर निकल खड़े हुए। बता दें कि किसी तरह के जानमाल की हानि की खबर नहीं मिली है। इस बार अफगानिस्तान के फैजाबाद को भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है। इसकी तीव्रता हिंदुकुश क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई है।

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भूकंप का असर जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले, विशेष रूप से पीर पंचाल क्षेत्र के दक्षिणी क्षेत्र में भी महसूस किया गया। विशेष रूप से, पड़ोसी पाकिस्तान ने भी भूकंपीय गतिविधि के तेज झटकों का अनुभव किया, जैसा कि तस्वीरों में कैद हुआ है जिसमें लोग अपने घरों और कार्यालयों से भाग रहे हैं।

गौरतलब है कि विशेषज्ञों ने पहले ही दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बड़े भूकंप की संभावित घटना के बारे में चेतावनी जारी की थी। हालांकि इस तरह की घटना के समय के बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है, विशेषज्ञों ने क्षेत्र की भूकंपीय संवेदनशीलता पर जोर दिया है। दिल्ली-एनसीआर 100 से अधिक फॉल्ट लाइनों के ऊपर स्थित है, जिनमें दिल्ली-हरिद्वार रिफ्ट, दिल्ली-सरगोधा रिफ्ट और ग्रेट बाउंड्री फॉल्ट शामिल हैं।

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कैसे आता है भूकंप ?

भूकंप को वैज्ञानिक दृष्टि से समझने के लिए पृथ्वी की संरचना को समझना आवश्यक है। पृथ्वी का स्थलमंडल टेक्टॉनिक प्लेटों में विभाजित है और इन प्लेटों के नीचे पिघला हुआ लावा मौजूद है। ये प्लेटें लगातार तैरती रहती हैं, कभी-कभी एक-दूसरे से टकराती भी हैं। बार-बार टकराने से प्लेटों के कोने खिसक सकते हैं और अत्यधिक दबाव में ये प्लेटें टूट सकती हैं। ऐसे टूटने के दौरान ऊर्जा के निकलने से भूकंप आते हैं।

गुरुवार के भूकंप के मामले में, भूकंपीय गतिविधि हिंदू कुश क्षेत्र में टेक्टॉनिक प्लेटों के टकराव और गति के परिणामस्वरूप हुई। जैसे ही प्लेटें हिलीं, ऊर्जा मुक्त हुई, जिससे व्यापक भौगोलिक क्षेत्र में झटके महसूस किए गए।

हालांकि इस भूकंप का तत्काल प्रभाव न्यूनतम प्रतीत होता है, लेकिन यह घटना ऐसी गतिविधि वाले क्षेत्रों में तैयारियों और भूकंपीय जोखिमों को समझने के महत्व को रेखांकित करती है। दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के भूकंप-संभावित क्षेत्रों में भूकंप से उत्पन्न संभावित जोखिमों को कम करने के लिए निरंतर सतर्कता और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन महत्वपूर्ण है।

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