लखनऊ। फरेंदा नगर पंचायत अंतर्गत गणेशपुर वार्ड के निवासी मजदूर चंद्रभान के खाते में अचानक 4.3 करोड़ रुपये की संपत्ति जमा हो गई। जिसके बाद आयकर विभाग की तरफ से उसके घर एक लेटर पहुंचा जिसे पढकर वो हैरान रह गया, खाते में करोड़ों रूपए की संपत्ति होने की जानकारी जैसे ही उसे लगी उसके होश उड़ गए, शुरू में तो उसे ये सब कोई गलती नजर आया लेकिन बाद में जब हकीकत पता चली तो वो हैरान रहा गया.. ये घटना इस समय पूरे क्षेत्र में चर्चाओं में है..
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पेशे से मजदूर चंद्रभान अपना गुजारा चलाने के लिए अथक परिश्रम करते हुए एक साधारण जीवन व्यतीत करते हैं। उसने खुलासा किया कि वह हर महीने एक व्यक्ति को एक हजार रुपये की पेंशन के बदले उसका आधार और पैन कार्ड उपलब्ध कराता रहा है। पड़ोस में रहने वाले इसी व्यक्ति ने खाता खोला था। जब आयकर विभाग ने नोटिस के माध्यम से बड़े लेनदेन के बारे में स्पष्टीकरण मांगा, तो चंद्रभान घबरा गए। उन्होंने अपनी शिकायत के साथ मुख्यमंत्री के पास जाने का फैसला किया.. हालाँकि फ़ौरन ही ये खबर जंगल में आग की तरह फ़ैल गई..
इसके बाद, मजदूर चंद्रभान के विश्वास का फायदा उठाने वाले ठग के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की गई। शिकायत में दी गई जानकारी के अनुसार, पीड़ित के खिलाफ धोखाधड़ी गतिविधियों से संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया गया था। चंद्रभान ने खुलासा किया कि उनके खाते में 4.3 करोड़ और 15 हजार रुपये की राशि जमा की गई थी, और यह वही राशि थी जिसका आयकर विभाग अब हिसाब मांग रहा है। उसे इस सिलसिले में अबतक कई नोटिस भेजे गए हैं।
फरेंदा के थाना प्रभारी अजीत प्रताप सिंह ने स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्थानीय लोगों की लिखित शिकायत और साक्ष्य के आधार पर अपराधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की गहन जांच फिलहाल चल रही है, क्योंकि कानून प्रवर्तन दोषी पक्ष को न्याय के कटघरे में लाने और चंद्रभान की सुरक्षा की भावना को बहाल करने का प्रयास कर रहा है।