Gorakhpur News: दीपावली जैसे पवित्र त्योहार से ठीक पहले गोरखपुर में मिलावटखोरों की बड़ी करतूत सामने आई है। मिठाई ही नहीं, अब ड्राई फ्रूट्स में भी जहर परोसा जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने दो अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई कर के 5 क्विंटल खराब खजूर और 15 क्विंटल मिलावटी मिठाई बरामद की है।
दिल्ली से बस में लाए जा रहे थे खराब खजूर
खाद्य विभाग की टीम ने नौसड़ चौक पर शुक्रवार को एक प्राइवेट बस में 50 डिब्बों में भरे खजूर जब्त किए। हर डिब्बे में 10 किलो खजूर था यानी कुल 500 किलो (5 क्विंटल) खराब खजूर पकड़ा गया।
इन पैकेटों पर न तो एक्सपायरी डेट थी, न मैन्युफैक्चरिंग डेट, और न ही FSSAI नंबर। ऊपर से खजूर दिखने में भी सड़े-गले लग रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि यह माल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का बताया जा रहा है, लेकिन पैकिंग की कोई वैध जानकारी नहीं थी। इन खजूरों को गोरखपुर की महेवा मंडी के व्यापारी राजू सोनकर के पास भेजा जाना था। फिलहाल पूरे माल को सीज कर दिया गया है और कहा गया है कि सैंपल की रिपोर्ट आने तक इसकी बिक्री नहीं होगी।
छुहारे को बना रहे खजूर!
अधिकारियों के मुताबिक, अब मार्केट में असली खजूर की जगह छुहारे को गर्म पानी में उबालकर, उसमें सैकरीन और शुगर मिलाकर खजूर जैसा बनाया जा रहा है। यानी दिखने में तो खजूर, लेकिन असल में सिर्फ मिलावट और धोखा।
मिठाई भी निकली खतरनाक – एल्यूमिनियम का वर्क
इसके साथ ही, गोरखपुर में लखनऊ से आए एक ब्रेड वाहन से 15 क्विंटल मिलावटी मिठाई बरामद की गई। मिठाई को ब्रेड के बीच छुपाकर लाया गया था। जांच में सामने आया कि मिठाइयों पर जो चांदी का वर्क लगा था, वो असल में एल्यूमिनियम का वर्क था – जो सेहत के लिए खतरनाक और नुकसानदायक होता है।
इस मिठाई को गोरखपुर के कई व्यापारियों ने मंगवाया था। अब विभाग उनके फूड लाइसेंस की जांच कर रहा है। जो मिठाई मानकों पर खरी नहीं उतरी, उसे तुरंत नष्ट कराया जा रहा है।
किसी के पास लाइसेंस नहीं, ना ही वैध कागज
खजूर भेजने वाला, मंगवाने वाला – किसी के पास वैध लाइसेंस नहीं था। FSSAI नंबर भी गायब था। यही वजह है कि पूरे माल को सीज कर दिया गया है। अधिकारियों ने साफ कहा कि अब कार्रवाई होगी और केस भी दर्ज किए जाएंगे।
त्योहार के मौसम में मिलावट के खिलाफ अभियान
खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने कहा,”त्योहारों में लोग मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं। लेकिन अब हम सख्त हैं।”
उन्होंने बताया कि टीमें दिन-रात काम कर रही हैं, और मिठाई, मिल्क प्रोडक्ट और ड्राई फ्रूट्स की नियमित जांच चल रही है।
क्या मतलब आम लोगों के लिए?
अगर आप मिठाई या ड्राई फ्रूट्स खरीदने जा रहे हैं, तो ध्यान रखें:
- खुले में बिकने वाली चीजें न खरीदें।
- पैक पर FSSAI नंबर, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जरूर देखें।
- बहुत सस्ते दाम पर बिक रही चीजें अक्सर मिलावटी हो सकती हैं।
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