GST 2.0: देश में 22 सितंबर से GST 2.0 लागू हो गया है। इस नए बदलाव के तहत रोजमर्रा की ज़िंदगी में इस्तेमाल होने वाले ज़्यादातर सामान पर या तो टैक्स हटा दिया गया है या फिर उसे काफी कम कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल को ‘बचत उत्सव’ का नाम देते हुए कहा है कि इससे गरीब और मिडिल क्लास दोनों को राहत मिलेगी और हर महीने की बचत में बढ़ोतरी होगी।
डेयरी प्रोडक्ट्स पर राहत
जीएसटी 2.0 के तहत दूध, पनीर, मक्खन और घी जैसे ज़रूरी डेयरी प्रोडक्ट्स को सस्ता किया गया है।
- UHT दूध पर अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा। 1 लीटर पैक की कीमत 77 से घटकर 75 रुपये हो गई है।
- पनीर पर लगने वाला 12% टैक्स हट गया है, जिससे 200 ग्राम पनीर अब 90 की जगह 80 रुपये में मिलेगा।
- 500 ग्राम मक्खन का पैक अब 305 की बजाय 285 रुपये का हो गया है।
- घी पर टैक्स 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। 1 लीटर घी की कीमत 650 से घटकर 610 रुपये हो गई है।
खाने-पीने की चीज़ें अब ज्यादा किफायती
रोज़ के खाने में इस्तेमाल होने वाले कई सामानों पर भी टैक्स घटाया गया है।
- ब्रेड और पिज्जा बेस को अब जीएसटी से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया है। इससे ब्रेड का एक पैक अब 20 की बजाय 19 रुपये में मिलेगा।
- पास्ता, नूडल्स, कॉर्न फ्लेक्स पर पहले 12 से 18 प्रतिशत टैक्स था, जो अब घटाकर सिर्फ 5% कर दिया गया है।
- बिस्कुट और नमकीन पर भी टैक्स 5% कर दिया गया है, जिससे ये चीज़ें भी सस्ती हो गई हैं।
पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स पर बड़ी कटौती
हर घर में इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स जैसे शैंपू, तेल और साबुन पर अब सिर्फ 5% टैक्स लगेगा, जबकि पहले इन पर 18% टैक्स लगता था। इसका सीधा असर कीमत पर पड़ा है।
उदाहरण के लिए, 100 रुपये का शैंपू अब 118 की बजाय 105 रुपये में मिलेगा।
मिठाइयां और चॉकलेट भी हुईं सस्ती
त्योहारों के इस मौसम में मिठाइयाँ और चॉकलेट खरीदना भी आसान हो गया है।
- 50 रुपये की चॉकलेट अब 44 रुपये में मिल रही है।
- 400 रुपये किलो के लड्डू पर लगने वाला टैक्स अब 72 रुपये से घटकर 20 रुपये रह गया है।
बच्चों के स्कूल का सामान अब टैक्स फ्री
GST 2.0 के तहत बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी चीज़ों को पूरी तरह जीएसटी मुक्त कर दिया गया है। इसमें शामिल हैं:
- नोटबुक
- पेंसिल
- रबर
- ग्लोब
- प्रैक्टिस बुक
- ग्राफ बुक
- प्रयोगशाला नोटबुक
अब इन चीज़ों पर कोई टैक्स नहीं लगेगा, जिससे पेरेंट्स की जेब पर बोझ कम होगा।
99% रोजमर्रा के सामान हुए सस्ते
सरकार का दावा है कि इस नए GST सिस्टम से करीब 99% रोजमर्रा की चीज़ों की कीमतों में कमी आई है। खासकर त्योहारों से पहले यह कदम लोगों के लिए राहत लेकर आया है। मोदी सरकार का मकसद है कि आम लोग अपनी जरूरत की चीजें आसानी से खरीद सकें और हर महीने की बचत में इज़ाफा हो।
GST 2.0 को लागू करके सरकार ने नवरात्रि से पहले देशवासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। अब ज़रूरी सामान सस्ते हुए हैं, जिससे आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ेगा और खर्च में राहत मिलेगी। इसे सरकार ने ‘बचत उत्सव’ का नाम देकर साफ कर दिया है कि यह कदम लोगों की आर्थिक सेहत को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
ये भी देखें: क्या राहुल गांधी का बयान सही था? शहजाद पूनावाला का पलटवार