बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में स्थित केसरपुर नाम के एक छोटे से गांव में एक अजीबोगरीब घटना से आक्रोश फैल गया और कानूनी कार्रवाई भी हुई। यह सब शनिवार को शुरू हुआ जब दो मुस्लिम महिलाओं को एक शिव मंदिर में नमाज़ अदा करने के लिए भेजा गया। मुस्लिम महिलाओं के मंदिर में नमाज़ अदा करने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ ग्रामीणों ने मंदिर के अंदर नमाज़ अदा कर रही मुस्लिम महिलाओं का वीडियो रिकॉर्ड किया और इसे इंटरनेट पर साझा किया, जिसके बाद पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज की गई।
वायरल वीडियो और पुलिस की प्रतिक्रिया
विवाद तब और बढ़ गया जब वायरल वीडियो में दो मुस्लिम महिलाओं को मंदिर परिसर में पूजा करते हुए दिखाया गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया गया। हालाँकि, पुलिस की कार्रवाई असंतुष्ट ग्रामीणों को पसंद नहीं आई, जो बाद में विरोध में पुलिस स्टेशन के बाहर एकत्र हो गए।
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स्थिति और भी गंभीर हो गई, जिससे क्षेत्राधिकारी (सीओ) को हस्तक्षेप करना पड़ा और तनावपूर्ण स्थिति को शांत करना पड़ा। शिकायत के बाद, मौलवी चमन शाह के खिलाफ आरोप दर्ज किए गए, जिन्होंने दो महिलाओं को मंदिर में प्रार्थना करने के लिए भेजा था, साथ ही उन महिलाओं के खिलाफ भी, जिनकी पहचान शबीना और नाज़िरा के रूप में की गई थी। आरोप मुख्य रूप से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने से संबंधित थे।
ग्रामीणों का दृष्टिकोण
ग्रामीणों के अनुसार, महिलाओं ने दावा किया कि मौलवी चमन शाह ने उन्हें मंदिर में नमाज़ अदा करने का निर्देश दिया था और उन्हें आश्वासन दिया था कि इससे उनकी कठिनाइयां कम हो जाएंगी। इस कथित निर्देश के वो महिलाएं ही मंदिर में नमाज़ अदा करने के लिए पहुंची थी, जिसके बाद उनका वीडियो वायरल हुआ और बाद में शिकायत की गई। हालांकि सांप्रदायिक तनाव भडकाने का प्रयास करने वाले मौलवी के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है।