Maharashtra News: महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां स्वामी समर्थ नगर इलाके में रमाबाई अपार्टमेंट नाम की चार मंजिला इमारत का एक हिस्सा गिर गया। इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक मां-बेटी की जोड़ी भी शामिल है।
अब तक 9 लोग घायल हुए हैं और 2 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। घायलों में एक की हालत काफी गंभीर है। मलबे में अभी और लोगों के फंसे होने की आशंका है, इसलिए राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।
क्या हुआ था?
यह हादसा मंगलवार की रात को हुआ। जिस इमारत का हिस्सा गिरा, वह 2012 में बनाई गई थी। इस इमारत को वसई-विरार नगर निगम ने पहले ही खतरनाक घोषित कर दिया था, फिर भी इसमें लोग रह रहे थे।
राहत कार्य में NDRF की मदद
घटना के तुरंत बाद नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की दो टीमें मौके पर पहुंचीं। शुरुआत में मलबा हटाने का काम हाथों से किया गया क्योंकि इमारत बहुत संकरी गली में थी। बाद में जब रास्ता थोड़ा साफ हुआ तो मशीनों की मदद ली गई और काम तेज किया गया।
वसई-विरार नगर निगम की शिकायत के बाद पुलिस ने इमारत के बिल्डर को हिरासत में ले लिया है। अब इस मामले की जांच की जा रही है कि जब इमारत को खतरनाक बताया गया था, तब भी उसमें लोग कैसे रह रहे थे।
अवैध थी इमारत
नगर निगम ने बताया कि रमाबाई अपार्टमेंट को बनाने के लिए कोई आधिकारिक मंजूरी नहीं ली गई थी। यानी यह गैरकानूनी इमारत थी। हादसे के बाद आसपास की अन्य चॉलों को खाली करा लिया गया है ताकि किसी और दुर्घटना से बचा जा सके।
पालघर की कलेक्टर इंदु रानी जाखड़ ने बताया कि मलबे में अब भी कुछ लोग फंसे हो सकते हैं। वसई-विरार नगर निगम के असिस्टेंट कमिश्नर गिल्सन गोंसाल्वेस ने कहा कि राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है और जल्द ही सभी को मलबे से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।
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