UPSC Result News : उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना’ ने एक बार फिर अपनी सार्थकता सिद्ध कर दी है। इस योजना से पढ़ाई कर रहे 13 होनहार छात्र-छात्राओं ने देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में सफलता हासिल की है। इन होनहारों ने न सिर्फ प्रदेश का नाम रोशन किया है, बल्कि यह भी साबित कर दिया है कि सपनों को उड़ान देने के लिए जरूरी नहीं कि जेब भारी हो, हौसला बड़ा होना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा है कि यह योजना समाज के उन तबकों के लिए आशा की किरण है, जिन्हें अब तक संसाधनों की कमी के चलते पीछे रहना पड़ता था।
गरीब बच्चों के लिए उम्मीद की रोशनी बनी ‘अभ्युदय योजना’
कोविड काल में शुरू हुई इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त कोचिंग देना है, ताकि वे आईएएस, पीसीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले सकें। राज्य के हर जिले में कोचिंग सेंटर खोले गए हैं, जहां अनुभवी शिक्षक छात्रों को मार्गदर्शन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे हैं।
UPSC 2024 में चमके अभ्युदय के सितारे
इस वर्ष की सिविल सेवा परीक्षा में अभ्युदय योजना से पढ़ाई कर रहे निम्नलिखित छात्रों ने उल्लेखनीय रैंक प्राप्त की:
- शगुन कुमार (हापुड़) – 100वीं रैंक
- अदिति दुबे (लखनऊ) – 180वीं रैंक
- दिशा द्विवेदी – 672वीं रैंक
- मनीष कुमार – 748वीं रैंक
- नैन्सी सिंह – 970वीं रैंक
- प्रतीक मिश्रा (प्रयागराज) – 234वीं रैंक
- उदित कुमार (प्रयागराज) – 668वीं रैंक
- आयुष जायसवाल (बरेली)
- सौम्या शर्मा (प्रतापगढ़)
- आंचल आनंद (गौतमबुद्ध नगर)
- अश्वनी शुक्ला (जालौन)
- मयंक बाजपेई (सीतापुर)
- हिमांशु मोहन (अयोध्या)
इन छात्रों की सफलता ने यह साबित कर दिया कि समर्पण, मेहनत और सही मार्गदर्शन के बल पर कोई भी छात्र देश की सर्वोच्च सेवा में स्थान बना सकता है।
75 जिलों में चल रहीं 166 कोचिंग सेंटर
फिलहाल प्रदेश के 75 जिलों में 166 अभ्युदय कोचिंग सेंटर संचालित किए जा रहे हैं, जिनकी निगरानी समाज कल्याण विभाग करता है। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने जानकारी दी कि इन कोचिंग सेंटरों का उद्देश्य गरीब, दलित, पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली बच्चों को भी बड़े शहरों जैसी शिक्षा और माहौल उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 280 छात्र पीसीएस मेंस की तैयारी कर रहे हैं और आगे इन कोचिंग की सुविधाएं और भी बेहतर की जाएंगी।
“सपनों को न रोकें संसाधनों की दीवार” – सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि प्रतिभा किसी वर्ग या क्षेत्र की जागीर नहीं होती। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर यूपीएससी (UPSC Result) में सफल सभी अभ्यर्थियों को बधाई दी और कहा कि सच्ची देशसेवा का रास्ता अब इन युवाओं के लिए खुल चुका है। उन्होंने यह भी दोहराया कि सरकार का मकसद यही है कि कोई बच्चा सिर्फ पैसों के अभाव में अपने सपने अधूरे न छोड़े।
“यह तो सिर्फ शुरुआत है” – निदेशक कुमार प्रशांत
समाज कल्याण विभाग के निदेशक कुमार प्रशांत ने इसे एक गर्व का क्षण बताया और कहा कि यह तो केवल शुरुआत है। उन्होंने कहा कि यदि सही मार्गदर्शन और संसाधन मिले, तो गांव का बच्चा भी आईएएस (UPSC Result) बन सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में यह योजना और भी बड़ी संख्या में प्रतिभाओं को ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।
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