Azam Khan : शहर के चर्चित यतीमखाना प्रकरण के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां को डूंगरपुर प्रकरण में भी राहत मिली है। अदालत ने गंज कोतवाली के इस प्रमुख मामले की फाइलें एक साथ क्लब करने का आदेश दिया है। इसके तहत सभी मुकदमे एक साथ सुने जाएंगे।
सपा सरकार के दौरान गंज कोतवाली क्षेत्र के डूंगरपुर में कई घरों को खाली कराया गया था। लगभग तीन साल बाद, 2019 में पीड़ितों ने कुल 11 अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए थे। इन मुकदमों में आरोप लगाया गया था कि सपा सरकार में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री आजम खां के निर्देश पर उनके समर्थकों, ठेकेदार, तत्कालीन सीओ सिटी और पालिकाध्यक्ष ने घरों में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की।
इसके अलावा लूटपाट के बाद जबरन घरों को खाली कराया गया था। इन मुकदमों की सुनवाई एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट में चल रही है। आजम खां (Azam Khan) के अधिवक्ता ने इन पांच मुकदमों की पत्रावली को क्लब करने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। कोर्ट ने इस पर विचार करते हुए पांचों केस की पत्रावली एक साथ एग्जाई करने के आदेश दिए हैं।
कोर्ट ने विशेष रूप से अपराध संख्या 512/19, 513/19, 533/19, 536/19, और 538/19 की पत्रावली एग्जाई करने के आदेश दिए हैं। एडीजीसी क्रिमिनल सीमा सिंह राणा के अनुसार, सपा नेता आजम खां से जुड़े गंज कोतवाली क्षेत्र के डूंगरपुर प्रकरण में 11 मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें से छह मुकदमे निस्तारित हो चुके हैं, जबकि शेष पांच मुकदमों की पत्रावली को एक साथ एग्जाई करने के आदेश दिए गए हैं।