Delhi-Dehradun Expressway : दिल्ली से देहरादून की यात्रा जल्द ही और तेज़ और आरामदायक होने जा रही है क्योंकि नया एक्सप्रेसवे शुरू होने वाला है। वर्तमान में, इस एक्सप्रेसवे के 3.4 किलोमीटर के हिस्से को यात्रियों के लिए खोल दिया गया है। पहले केवल तीन लेन चालू थीं लेकिन अब छह लेन होने से यात्रा और सुगम होगी। एक्सप्रेसवे के पूरी तरह खुल जाने के बाद, दिल्ली से देहरादून पहुंचने में केवल तीन घंटे का समय लगेगा।
हालांकि, यात्रियों के मन में यह सवाल है कि इस नए एक्सप्रेसवे पर टोल कितना लगेगा। अभी तक दिल्ली से देहरादून जाने में लगभग 500 रुपये तक का टोल चुकाना पड़ता है। रास्ते में कई टोल प्लाजा आते हैं जिनमें 130, 90 और 75 रुपये जैसे विभिन्न शुल्क कटते हैं। कुल मिलाकर देहरादून पहुंचने तक यह खर्च 500 रुपये के करीब पहुंच जाता है।
लेकिन जब नया एक्सप्रेसवे पूरी तरह से चालू होगा तो यह अनुमान लगाया जा रहा है कि टोल शुल्क और अधिक हो सकता है। हालांकि, सरकार टोल पास बनाने की योजना पर भी विचार कर रही है, जिससे यात्रियों को टोल शुल्क में कुछ राहत मिल सकती है। यह एक्सप्रेसवे चार खंडों में बनाया गया है और यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ता है।
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यह शास्त्री पार्क, खजूरी खास और खेकड़ा के मंडोला से होकर उत्तर प्रदेश के बागपत, शामली और सहारनपुर को पार करता है। इसके बाद, यह उत्तराखंड के देहरादून तक पहुंचता है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में कुल 18,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसके पूरी तरह खुलने के बाद, यह दिल्ली से देहरादून के बीच यात्रा करने का सबसे तेज़ और सुगम मार्ग बन जाएगा।
यात्रियों के लिए एक राहत की खबर यह है कि अक्षरधाम मंदिर से गाजियाबाद के लोनी तक पहले 18 किलोमीटर की यात्रा टोल फ्री होगी। इस हिस्से में किसी भी वाहन से टोल नहीं लिया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे पर कोई पारंपरिक टोल प्लाजा नहीं होगा, बल्कि स्वचालित स्कैनिंग के माध्यम से टोल शुल्क काटा जाएगा। कुल 212 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर यात्रियों को जितनी दूरी तय करनी होगी, उतना ही टोल शुल्क देना पड़ेगा। हालांकि, अभी तक टोल दरों को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।