Haryana Elections : हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Elections) को लेकर समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने प्रत्याशी स्वयं नहीं देगी और न ही किसी का सहयोग करेगी। सपा हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों का समर्थन और सहयोग करेगी। यह जानकारी सपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भाटी एडवोकेट ने दी है।
सुरेंद्र सिंह भाटी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन का एक महत्वपूर्ण घटक होने के नाते कांग्रेस से शुरुआत में 17 सीटें मांगी थीं। बाद में पार्टी ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई और फिर 5 सीटों पर भी लड़ने की बात की। अंततः सपा 3 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हो गई थी। लेकिन कांग्रेस ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सपा के लिए कोई सीट नहीं छोड़ी।
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भाटी ने बताया कि कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर सीटें देने की सूचना दी थी जिसे सपा ने गंभीरता से लिया था। बावजूद इसके कांग्रेस के इस व्यवहार से सपा खुश नहीं है। फिर भी सपा अपने मूल्यों और सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को सहयोग और समर्थन देने का निर्णय लिया है ताकि सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ वोटों का बिखराव न हो।
सपा भाजपा को प्रदेश और देश से उखाड़ फेंकने के लिए दृढ़ संकल्पित है और इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए यह कदम आवश्यक समझा गया है। यह फैसला सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर लिया गया है। अखिलेश यादव ने कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर में पार्टी संगठन चुनाव प्रचार के लिए उन्हें बुलाएगा तो वे वहां जाएंगे और उनका नाम प्रचारकों की सूची में भी शामिल है। हालांकि हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की।