राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने राजस्थान राज्य चुनाव समिति ने कुछ मौजूदा विधायकों के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के बीच उम्मीदवारों के नामों पर बीते दिनों चर्चा की है।
बैठक में कार्यकर्ताओं द्वारा हुई टिकट काटने की मांग
पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं ने मांग की है, कि कुछ विधायकों के टिकट काट दिए जाए। इन मांगों के बीच शुक्रवार शाम को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं समिति के अन्य सदस्य भी यहां पार्टी के वॉर रूम की बैठक में शामिल हुए। वही कार्यकर्ताओं ने बैठक के दौरान ही विधायकों के टिकट काटने की मांग की।
बैठक के पश्चात डोटासरा का कहना है कि अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार सबको है। उन्होंने संवाददाताओं को सम्बोधित किया कि लंबे समय से कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने विचारों को व्यक्त करते रहे हैं। अथवा अगर कोई भी व्यक्ति अपने विचार व्यक्त करता है, तो हम उसकी बात सुनेंगे। साथ ही जो सही होगा, उसे स्क्रीनिंग कमेटी को भी बताया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की अध्यक्षता वाली समिति, पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में उम्मीदवारों के नाम बताएगी।
पार्टी पदाधिकारी करेगा अंतिम फैसला – सीएम अशोक गहलोत
गहलोत ने बताया कि किसी विधायक या सांसद के खिलाफ चुनाव के समय प्रतिकूल टिप्पणी होना सामान्य बात है। ये टिप्पणियां सही या गलत कुछ भी हो सकती हैं। या फिर यह एक साजिश भी हो सकती है। इसलिए, यह सब होता रहता है। सीएम का कहना है कि पार्टी पदाधिकारी ही अंतिम फैसला करेगा और जो उम्मीदवार जीतने योग्य होगा उसको टिकट दिया जाएगा।
गहलोत का कहना है कि पार्टी में चीजें ठीक चल रही हैं। उन्होंने ये भी बताया कि पूर्वी राजस्थान में बारां से पार्टी चुनाव अभियान का आरम्भ करेगी। 16 अक्टूबर को जहां पर पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एक बैठक को संबोधित करेंगे वहा से पार्टी चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी । उन्होंने कहा कि 20 अक्टूबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा दौसा के सिकराय में रैली करेंगी।