Lucknow : उत्तर प्रदेश में भाजपा के पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा के बेटे प्रकाश मिश्रा के असामयिक निधन से राज्य में राजनीतिक भूचाल आ गया है। इस स्थिति पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिन्होंने मामले से निपटने के भाजपा सरकार के तरीके पर सवाल उठाया है, इसके साथ ही भाजपा डैमेज कण्ट्रोल में जुटी हुई है। इस दुखद घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शोक संवेदना व्यक्त की इसके साथ ही भैरो प्रसाद मिश्रा के आवास पर गए।
डिप्टी सीएम ने जाताया दुख
मीडिया से बात करते हुए मौर्य ने प्रकाश मिश्रा के निधन पर दुख जताया। उन्होंने पार्टी के एक प्रमुख नेता के बेटे के रूप में प्रकाश के महत्व पर जोर दिया और पार्टी के भीतर उनकी वरिष्ठता को स्वीकार किया। उपमुख्यमंत्री ने उचित चिकित्सा देखभाल की कमी पर अफसोस जताया जिसके कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई और उन्होंने आश्वासन दिया कि जो भी लापरवाही हुई है उसकी गहन जांच की जाएगी। इस दौरान केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि इस घटना का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुखद नुकसान को संबोधित करने और इसके पीछे के कारणों को निर्धारित करने के लिए एक व्यापक जांच सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
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अस्पताल पर लापारवाही का लगा आरोप
उपमुख्यमंत्री ने दिन में बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में “नारी शक्ति वंदना सम्मेलन” में भाग लिया था। प्रकाश मिश्रा को अस्पताल में कथित तौर पर बिस्तरों की कमी के कारण प्रवेश से इनकार कर दिया गया था। इस घटना ने उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पर एक सार्वजनिक बहस छेड़ दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को राज्य के स्वास्थ्य सेवा ढांचे में कथित कमियों का उदाहरण बताते हुए आम नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल की पहुंच पर चिंता जताई है। इस घटना के आसपास के राजनीतिक स्वर स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं में सुधार की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में नागरिकों को ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।