Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान एक बार फिर भूकंप के तेज झटकों से कांप उठा। सोमवार देर रात हिंदूकुश पर्वतीय क्षेत्र में आए इस शक्तिशाली भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 मापी गई। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इसका केंद्र खुल्म से 22 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में था और इसकी गहराई लगभग 28 किलोमीटर दर्ज की गई। अब तक की जानकारी के अनुसार, 20 लोगों की मौत और 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
भूकंप का केंद्र और समय
अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में यह भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 12:59 बजे आया। ज्यादातर लोग उस समय सो रहे थे या दिन समाप्त करने की तैयारी में थे, तभी तेज झटकों ने सबको चौंका दिया। लोगों में दहशत फैल गई और वे घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों की ओर भागे।
भूकंप का केंद्र खुल्म शहर के पास था जो भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र में आता है। अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरान की सीमाओं के पास यह इलाका अक्सर भूकंपीय गतिविधियों का केंद्र बना रहता है।
मौजूदा नुकसान का हाल
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भूकंप से कई घरों को नुकसान पहुंचा है। लगभग 20 लोगों की मौत और 150 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
अफगानिस्तान की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
अस्पतालों में आपातकाल की स्थिति घोषित की गई है और घायलों का इलाज जारी है।
पहले भी झेल चुका है अफगानिस्तान भीषण भूकंप
अफगानिस्तान का इतिहास भूकंपों से गहराई से जुड़ा रहा है।
- 31 अगस्त 2025 को पाकिस्तान सीमा के पास आए 6.0 तीव्रता के भूकंप में 2,200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
 - 7 अक्टूबर 2023 को आए 6.3 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए आफ्टरशॉक्स में 4,000 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।
 
इन घटनाओं ने अफगानिस्तान को आर्थिक और मानवीय रूप से गहरी चोट पहुंचाई थी।
हाल में भी महसूस किए गए झटके
हाल ही में, 22 अक्टूबर 2025 को भी हिंदूकुश क्षेत्र में 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (EMSC) के अनुसार, उस भूकंप का केंद्र 244 किलोमीटर गहराई पर था।
राजधानी काबुल में भी उस समय झटके महसूस किए गए थे।
पड़ोसी देशों पर असर
अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों में भी हल्के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, पाकिस्तान में झटकों की तीव्रता 3.8 थी।
इससे पहले 4.7 और 4.0 तीव्रता के भूकंप भी पाकिस्तान में दर्ज किए जा चुके हैं।
भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी
सरकार और स्थानीय एजेंसियों ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री भेजनी शुरू कर दी है। घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और बचाव दल लगातार मलबे में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रॉस ने भी सहायता की पेशकश की है।
भविष्य के लिए चेतावनी और सावधानियां
भूवैज्ञानिक विशेषज्ञों का कहना है कि हिंदूकुश क्षेत्र में भूकंप की पुनरावृत्ति की संभावना बनी रहती है। इसलिए स्थानीय प्रशासन को भूकंप-प्रतिरोधी निर्माण और जागरूकता अभियानों को प्राथमिकता देने की सलाह दी गई है।
लोगों से अपील की गई है कि आफ्टरशॉक्स की स्थिति में खुले स्थानों में रहें और ऊंची इमारतों से दूरी बनाए रखें।
आफ्टरशॉक्स की आशंका
अफगानिस्तान एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में है। लगातार आने वाले भूकंप यह संकेत देते हैं कि क्षेत्र भूकंपीय रूप से अत्यंत संवेदनशील है।सरकार और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से जल्द राहत और पुनर्वास कार्य शुरू हो चुके हैं।
हालांकि, आने वाले दिनों में आफ्टरशॉक्स की आशंका बनी हुई है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना आवश्यक है।
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