Arvind Kejriwal : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम 4:30 बजे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक दल की बैठक में सरकार बनाने की नई दावेदारी पेश की जाएगी।
इस फैसले के पीछे कई राजनीतिक और रणनीतिक कारण हो सकते हैं, जिनमें आम आदमी पार्टी की भविष्य की योजनाओं और दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों का महत्व है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इससे पहले अपने कार्यकाल के दौरान जनता से जुड़ी कई योजनाएं शुरू की थीं, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली-पानी के मुद्दे प्रमुख थे।
नए नेतृत्व की ओर बढ़ते कदम
विधायक दल की बैठक में, पार्टी के प्रमुख नेता सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इसमें संभावित मुख्यमंत्री उम्मीदवार का नाम भी सामने आ सकता है, जो दिल्ली की जनता को नई दिशा देने के लिए जिम्मेदारी संभालेगा। आम आदमी पार्टी की इस नई दिशा का क्या प्रभाव होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
दिल्ली की राजनीति में एक नई बारीक़ी उभर रही है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल की जगह अब आतिशी दिल्ली सरकार का कार्यभार संभालेंगी। खुद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद के लिए आतिशी का नाम प्रस्तावित किया, जिसे विधायक दल ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है।
आतिशी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहा था और वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान 26 से 27 सितंबर को आतिशी शपथ लेंगी। उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार में इस बार कोई डिप्टी सीएम नहीं होगा, जो कि एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव है।
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इससे पहले, अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में शराब घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद 15 सितंबर को घोषणा की थी कि वह दो दिनों के भीतर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे।
आतिशी का नया कार्यभार निश्चित रूप से दिल्ली की राजनीति में एक नई दिशा देगा और उनकी क्षमताओं और नेतृत्व पर सभी की निगाहें होंगी।