Bangladesh plane crash: सोमवार को बांग्लादेश एयरफोर्स (BAF) का एक F-7 ट्रेनर विमान प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होकर चटगांव के एक कॉलेज की इमारत पर जा गिरा। इस हादसे में एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि कम से कम 30 लोग घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि विमान ने पहले नारियल के पेड़ों से टक्कर खाई और फिर कॉलेज परिसर में जा गिरा, जिससे पूरे इलाके में आग फैल गई और अफरा-तफरी मच गई। चश्मदीदों ने बताया कि विमान ने उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद नियंत्रण खो दिया और काफी नीचे उड़ते हुए पेड़ों से टकराया। इसके बाद वह सीधे कॉलेज की प्रशासनिक इमारत पर आकर गिरा।
बता दें कि, “एक जोरदार धमाका हुआ, और फिर चारों ओर काला धुआं फैल गया। कॉलेज के छात्र-छात्राएं जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।” धमाके के बाद इमारत में आग लग गई, जिससे आसपास का इलाका धुएं से भर गया।
राहत कार्य में जुटी टीमें
आग इतनी तेज़ थी कि कॉलेज की इमारत के कई हिस्से जलकर खाक हो गए। दमकल विभाग की टीमों ने लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। राहत और बचाव दल ने मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला। घायल छात्रों और शिक्षकों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दुर्घटना के समय विमान में दो पायलट सवार थे, जो हादसे से ठीक पहले सफलतापूर्वक इजेक्ट कर गए। सेना की मदद से दोनों पायलटों को सुरक्षित निकाला गया। वर्तमान में उनका इलाज चल रहा है और उनसे दुर्घटना की जानकारी ली जा रही है।
कैसे हुआ हादसा
बांग्लादेश वायुसेना ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए इस दुर्घटना की पुष्टि की है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार यह हादसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ हो सकता है, हालांकि अन्य संभावनाओं की भी जांच की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतक छात्रा के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “सरकार इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।”
F-7 विमानों पर फिर उठे सवाल
गौरतलब है कि F-7 विमान, जो चीन निर्मित चेंगदू J-7 पर आधारित है, बांग्लादेश एयरफोर्स के पुराने बेड़े का हिस्सा है। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई हादसे हो चुके हैं। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि इन पुराने विमानों को सेवा से बाहर करना अब जरूरी हो गया है
फिलहाल, हादसे के बाद कॉलेज परिसर और आसपास के इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। प्रशासन ने क्षेत्र को सील कर दिया है और राहत कार्य के साथ-साथ नुकसान का आकलन किया जा रहा है। इस हादसे ने एक बार फिर सैन्य विमानन की सुरक्षा व्यवस्था और आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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