Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नज़दीक आते ही राज्य की राजनीति में बयानबाज़ी का दौर तेज़ हो गया है। इसी बीच लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है।
उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में लौटने से बेहतर मौत को चुनूंगा। मैं सत्ता का भूखा नहीं हूं, मेरे लिए सिद्धांत और आत्मसम्मान सबसे ऊपर है।”
तेज प्रताप यादव ने ये बयान महुआ विधानसभा क्षेत्र में अपने चुनाव प्रचार के दौरान दिया। वे अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
लालू यादव से अलग होकर बनाई नई पार्टी
तेज प्रताप यादव को कुछ समय पहले RJD से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने खुद की पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाई। अब उनकी पार्टी भी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मैदान में उतर चुकी है। तेज प्रताप महुआ सीट से उम्मीदवार हैं, जहां से उन्होंने 2015 में पहली बार जीत दर्ज की थी।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए राजनीति का मतलब सेवा है, न कि कुर्सी। जनता मुझसे प्यार करती है, और यही मेरा असली बल है।”
तेजस्वी यादव पर अप्रत्यक्ष हमला
प्रचार के दौरान तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) के सीएम फेस तेजस्वी यादव पर भी अप्रत्यक्ष टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “राजनीति में घोषणाएं होती रहती हैं, लेकिन सत्ता उसी को मिलती है जिसे जनता का आशीर्वाद मिलता है।”
हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि “तेजस्वी मेरा छोटा भाई है, उस पर मेरा आशीर्वाद हमेशा रहेगा। मैं उस पर सुदर्शन चक्र नहीं चला सकता।” तेज प्रताप के इन बयानों से एक बार फिर यह साफ़ हो गया है कि यादव परिवार के भीतर राजनीतिक मतभेद अभी खत्म नहीं हुए हैं।
परिवार से दूरी पर बोले तेज प्रताप यादव
नामांकन पत्र दाखिल करते समय तेज प्रताप यादव ने अपनी दिवंगत दादी मरिचिया देवी की तस्वीर अपने साथ रखी। उन्होंने कहा, “उन्हीं के आशीर्वाद से मेरे पिता राजनीति में आगे बढ़े थे।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने अपने माता-पिता से भी आशीर्वाद लिया है, तो उन्होंने कहा, “काफी समय से हमारी बात नहीं हुई, लेकिन मैं जानता हूं कि उनका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ है।”
RJD और NDA दोनों पर साधा निशाना
तेज प्रताप यादव ने जहां RJD पर निशाना साधा, वहीं सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को भी नहीं बख्शा।
उन्होंने कहा, “लोग अब बीजेपी और आरएसएस की नापाक साजिशों में नहीं आने वाले हैं। बिहार की जनता जाग चुकी है।”
‘ब्लैकबोर्ड’ चुनाव चिन्ह से मैदान में तेज प्रताप यादव
तेज प्रताप यादव ने कहा कि उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘ब्लैकबोर्ड’ है। उन्होंने कहा, “महुआ की जनता मेरा परिवार है। मैं अब अपनी पार्टी के झंडे तले चुनाव लड़ रहा हूं।”
प्रचार के दौरान उन्होंने अपने साथ खड़े एक बुजुर्ग स्वतंत्रता सेनानी की ओर इशारा करते हुए कहा, “इन्होंने महात्मा गांधी को अपनी आंखों से देखा है, इससे बड़ी प्रेरणा मुझे क्या चाहिए।”
प्रशांत किशोर पर भी बोला हमला
तेज प्रताप यादव ने जन सुराज अभियान के प्रमुख प्रशांत किशोर पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “वह मूल रूप से व्यापारी हैं। वे संसाधन जुटाकर पार्टियों का प्रचार अभियान चलाते हैं। वही काम वे अब भी कर रहे हैं।”
आत्मसम्मान की राजनीति का नया चेहरा
तेज प्रताप यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नई दिशा दिखाता है। वे खुद को ‘जनता के सेवक’ के रूप में पेश कर रहे हैं और RJD से अलग होकर आत्मसम्मान आधारित राजनीति की बात कर रहे हैं।
हालांकि चुनावी मैदान में उनकी नयी पार्टी कितना प्रभाव डाल पाएगी, यह तो वक्त बताएगा। लेकिन इतना तय है कि तेज प्रताप ने अपने बयानों से बिहार चुनाव 2025 को और भी दिलचस्प बना दिया है।
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