राजनीति

अपना यूपी

क्राइम

बड़ी खबर

स्पोर्ट्स

वेब स्टोरीज

खबर

MahaKumbh 2025 : महाकुंभ में नाविकों की कमाई से बदल गई जिंदगी, जानिए संजीत और बलवंत की प्रेरक कहानी

by | Mar 7, 2025 | अपना यूपी, आपका जिला, ख़बर, बड़ी खबर, मुख्य खबरें

MahaKumbh 2025 : प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान नाविकों द्वारा 30 करोड़ रुपये तक की कमाई का दावा सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं, वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा है कि इस धार्मिक आयोजन के दौरान नाविकों ने सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से लाभ उठाया और वे इस आयोजन के सबसे बड़े लाभार्थियों में से एक हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि महाकुंभ में कुल 1.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के लिए नावों का उपयोग किया। इस दौरान प्रयागराज नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद ने बताया कि महाकुंभ के दौरान लगभग 4,500 से अधिक नौकाएं चौबीसों घंटे सेवा में लगी हुई थीं। हर नाव को कम से कम तीन नाविकों की आवश्यकता थी, जिसके परिणामस्वरूप 13,000 से अधिक नाविकों ने महाकुंभ में अपने योगदान से आठ से नौ लाख रुपये की कमाई की।

इस कमाई से उत्साहित होकर अब कई नाविक नए व्यवसायों की शुरुआत करने की सोच रहे हैं। बयान में यह भी बताया गया कि इस आयोजन से मिले आर्थिक लाभ से कई नाविकों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आए हैं, जिनमें से एक संजीत कुमार निषाद ने अपनी दो बेटियों की शादी के लिए महाकुंभ से हुई कमाई का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि महाकुंभ से पहले वे आर्थिक रूप से काफी संघर्ष कर रहे थे, लेकिन इस धार्मिक आयोजन के दौरान उनकी जिंदगी में एक नई उम्मीद पैदा हुई।

ये भी पढ़ें : UP Weather Update : पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तेज हवा और सर्दी की वापसी, अगले दो दिन में तापमान में गिरावट

ये भी देखें : UP Vidhan Sabha में माफियाओं पर बात करते हुए CM Yogi ने कहा, “इनका राम नाम सत्य हो जाए”

बलवंत निषाद जैसे नाविक अब महाकुंभ से हुई कमाई का उपयोग अपने घर बनाने और नई नाव खरीदने की योजना बना रहे हैं। इस प्रकार महाकुंभ ने केवल धार्मिक अनुभव ही नहीं, बल्कि उन लोगों के लिए आर्थिक अवसर भी प्रदान किए हैं, जो पहले सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से सबसे निचले पायदान पर थे।

इससे पहले, बृहस्पतिवार को विपक्षी दलों ने महाकुंभ के दौरान नाविक पिंटू महरा द्वारा 30 करोड़ रुपये की कमाई का दावा किया था, जिस पर सवाल उठाए। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, अगर सच में एक परिवार ने महाकुंभ में अकेले 30 करोड़ रुपये कमाए हैं, तो क्या उस पर जीएसटी का भुगतान हुआ? यह जानकारी भी दीजिए। पहले ‘पातालखोजी’ से इस खबर की सत्यता की पड़ताल कर लें, फिर महिमामंडन करना चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, पहले ठग से एमओयू कर लिया, अब नामजद अपराधी का महिमामंडन किया जा रहा है। इन सब कारणों से ही भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार ने विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देते हुए महाकुंभ के दौरान नाविकों की भूमिका और उनके योगदान पर जोर दिया। सरकार ने कहा कि महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजन में नाविकों का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण था। उन्होंने न केवल श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाया, बल्कि एक ऐसा अवसर भी प्रदान किया जिससे लाखों लोगों के जीवन में बदलाव आया। सरकार के अनुसार, इस आयोजन से नाविकों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है, और उनका जीवन स्तर भी बेहतर हुआ है।

यूपी सरकार (MahaKumbh 2025) का मानना है कि महाकुंभ ने न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा दिया, बल्कि इसे आर्थिक दृष्टिकोण से भी एक बड़ी सफलता माना जा सकता है। इससे स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिला और महाकुंभ से जुड़े कई अन्य क्षेत्रीय व्यवसायों को भी लाभ हुआ।

अपना यूपी

क्राइम

आपका जिला

वीडियो

ट्रेंडिंग

बड़ी खबर