Mahakumbh 2025 : प्रयागराज महाकुंभ के दौरान संगम जल की गुणवत्ता को लेकर अब बड़ा सियासी विवाद खड़ा हो गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट में संगम जल को ‘नहाने योग्य नहीं’ बताया गया है। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि संगम का जल नहाने के लिए उपयुक्त नहीं है और इसमें प्रदूषण की अधिकता पाई गई है।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि संगम का जल पूरी तरह नहाने योग्य है और आचमन के लिए भी उपयुक्त है। सीएम योगी ने जोर देते हुए कहा कि संगम के जल में ऑक्सीजन की मात्रा 8 से 9 तक है, जो इसे स्नान के लिए सुरक्षित बनाता है।
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर कसा तंज
इस पूरे मामले पर अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी पर तंज कसा है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट ने यह स्पष्ट किया था कि गंगा का जल “मल संक्रमित” है, जबकि राज्य सरकार ने विधानसभा में इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे झूठा बताया।
अखिलेश यादव ने आगे कहा, लखनऊवालों का मतलब था कि प्रदूषित पानी से जुड़े समाचार को मीडिया में फैलने से रोकने के लिए नियंत्रण स्थापित किया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह रिपोर्ट झूठी थी, तो क्या इस पर कार्रवाई की जाएगी? उन्होंने यह भी पूछा, दिल्ली और लखनऊ के बीच यह क्या हो रहा है?
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश (Mahakumbh 2025) प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) की रिपोर्ट को लेकर National Green Tribunal (NGT) ने भी सवाल उठाए हैं। NGT ने यह कहा कि यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट अब पुरानी हो चुकी है और इसमें पानी की गुणवत्ता से संबंधित सभी मापदंडों का उल्लेख नहीं किया गया है। NGT ने यूपी प्रदूषण बोर्ड को नई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है, और इस मामले की अगली सुनवाई 28 फरवरी को होगी।
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