Noida Authority Crackdown: नोएडा में यमुना किनारे अवैध रूप से बने फार्म हाउसों के खिलाफ प्रशासन ने अब सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को सिंचाई विभाग, जिला प्रशासन और नोएडा प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने सेक्टर-151 और 155 में बुलडोजर की मदद से 35 से ज्यादा लग्जरी फार्म हाउसों को ध्वस्त कर दिया।
ये फार्म हाउस अवैध रूप से यमुना की जलधारा को रोकते हुए बनाए गए थे, जिससे नदी के प्राकृतिक प्रवाह में बाधा उत्पन्न हो रही थी।
इन फार्म हाउसों में आधुनिक सुविधाएं, स्वीमिंग पूल, गार्डन और लक्ज़री निर्माण जैसी सुविधाएं मौजूद थीं। जब प्रशासनिक टीम कार्रवाई करने पहुंची, तो कई फार्म हाउस मालिकों ने इसका विरोध किया। हालांकि, पुलिस बल की मजबूत तैनाती के कारण यह अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
DM के सख्त आदेश के बाद तेज हुई कार्रवाई
यह कार्रवाई 20 अगस्त 2025 को गौतम बुद्ध नगर की जिलाधिकारी मेधा रूपम के कड़े निर्देश जारी होने के बाद शुरू की गई थी। उन्होंने नदियों के किनारे अवैध निर्माणों को तुरंत रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए थे। इसके परिणामस्वरूप एक विशेष समिति का गठन किया गया, जो अवैध निर्माणों की पहचान कर उन्हें नियमित रूप से हटाने का कार्य करेगी।
नए निर्देशों के तहत, दादरी तहसील में हर मंगलवार, सदर में बुधवार, और जेवर क्षेत्र में गुरुवार को ऐसी कार्रवाई की जाएगी। यह पहल यमुना नदी के पारिस्थितिकी तंत्र और प्राकृतिक जल प्रवाह को बनाए रखने के लिए एक अहम कदम मानी जा रही है।
4 साल में बढ़े अवैध निर्माण
साल 2021 में नोएडा प्राधिकरण ने यमुना के डूब क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों की स्थिति का आंकलन करने के लिए एक सर्वेक्षण कराया था, जिसमें लगभग 1000 फार्म हाउसों की पहचान हुई थी। अब 2025 तक इनकी संख्या बढ़कर लगभग 5000 तक पहुंच गई है। इनमें से ज्यादातर निर्माण बिना किसी कानूनी मंजूरी के किए गए हैं।
इन फार्म हाउसों का उपयोग सिर्फ निजी शौक या मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कई स्थानों पर यह नशा तस्करी और अपराध की गतिविधियों का अड्डा बन चुके हैं। पिछले एक वर्ष में पुलिस ने यहां से तीन गैंग भी पकड़े हैं, जो चरस-गांजा जैसे मादक पदार्थों का व्यापार करते थे। साथ ही, यहां आए दिन नाइट पार्टीज़ और अवैध गतिविधियां होती हैं।
यमुना को कीया अवरोधमुक्त
अधिकारियों के अनुसार, इस बुलडोजर कार्रवाई से यमुना नदी की लगभग एक किलोमीटर की धारा को अवरोधमुक्त किया गया है। इससे न केवल नदी की पारिस्थितिकी को संजीवनी मिलेगी, बल्कि संभावित बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याओं से भी राहत मिलेगी।
आपको बता दें कि यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि प्रशासन अब अवैध निर्माणों के मामले में पूरी तरह सख्त हो चुका है और नियमों के तहत कठोर कदम उठा रहा है। साथ ही यह भी साफ हो गया है कि यमुना के डूब क्षेत्र में जिन लोगों ने अवैध कब्जा किया है, उनके खिलाफ अब लगातार और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नोएडा के यमुना डूब क्षेत्र में अवैध निर्माणों पर हुई यह संयुक्त कार्रवाई एक बड़ा संकेत है कि प्रशासन अब पर्यावरण और कानून की अवहेलना को बर्दाश्त नहीं करेगा। अवैध फार्म हाउसों का ध्वस्तीकरण सिर्फ एक सतही कदम नहीं, बल्कि एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जो शहर की स्थिर और सुरक्षित विकास प्रक्रिया को सुनिश्चित करेगा।
हमारी इंटर्न सुनिधि सिंह द्वारा लिखित
ये भी देखें: Ganesh Chaturthi 2025: पूरे देश में गणेश चतुर्थी की धूम, लालबागचा राजा के लिए भक्तों की भारी भीड़