PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत के पहले गृह मंत्री और ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल की 75वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल के ऐतिहासिक योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन देश की एकता, अखंडता और मजबूती के लिए समर्पित कर दिया।
पीएम मोदी का भावुक संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा कि राष्ट्र सरदार पटेल के उस अतुलनीय योगदान को कभी नहीं भूल सकता, जिसकी बदौलत एक अविभाजित और सशक्त भारत का निर्माण संभव हो पाया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का नेतृत्व केवल अपने समय तक सीमित नहीं था, बल्कि आज भी देश को दिशा देने का काम करता है।
भारत की एकता के महान सूत्रधार
आजादी के बाद देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती सैकड़ों रियासतों का एकीकरण था। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने अपनी दूरदर्शिता, राजनीतिक कौशल और दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर इस कठिन कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यदि उस समय ऐसा निर्णायक नेतृत्व नहीं होता, तो भारत आज जिस स्वरूप में खड़ा है, वह संभव नहीं होता।
‘लौह पुरुष’ की पहचान कैसे बनी
सरदार वल्लभभाई पटेल को ‘लौह पुरुष’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी कठोर और साहसिक निर्णय लेने से कभी परहेज नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय हित के मामलों में सरदार पटेल का दृष्टिकोण स्पष्ट और अडिग था। उनके फैसलों में अनुशासन, दृढ़ता और राष्ट्रभक्ति झलकती थी।
पहले गृह मंत्री के रूप में ऐतिहासिक भूमिका
भारत के पहले गृह मंत्री के रूप में सरदार पटेल ने देश की आंतरिक सुरक्षा और प्रशासनिक ढांचे को मजबूत किया। पीएम मोदी ने कहा कि कानून व्यवस्था, प्रशासनिक सुधार और राष्ट्रीय एकता को लेकर उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं। उन्होंने प्रशासन को मजबूत करने के लिए जो नींव रखी, उसी पर आज का आधुनिक भारत खड़ा है।
युवाओं के लिए सरदार पटेल की सीख
प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि सरदार पटेल का जीवन राष्ट्रसेवा, कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि युवाओं को सरदार पटेल के विचारों से प्रेरणा लेकर देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने में योगदान देना चाहिए।
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की प्रेरणा
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब देश ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है, तो इसके मूल में सरदार पटेल की सोच और दूरदृष्टि ही है। राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक समरसता और मजबूत संघीय ढांचे का विचार सरदार पटेल की विरासत है।
देशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम
सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर देश के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। राजनेताओं, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने उन्हें नमन करते हुए उनके योगदान को याद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन भारत की आत्मा को मजबूत करने वाला प्रेरणास्रोत है।
सरदार वल्लभभाई पटेल केवल इतिहास के पन्नों में दर्ज एक नेता नहीं, बल्कि आधुनिक भारत के निर्माता थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनकी पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि यह दर्शाती है कि राष्ट्र आज भी उनके आदर्शों को अपना मार्गदर्शक मानता है। सरदार पटेल की सोच और संकल्प आने वाली पीढ़ियों को निरंतर प्रेरित करते रहेंगे।
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