UP News : अमरोहा से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जिसमें शुक्रवार रात एक भोज में खाए गए गाजर के हलवे से 50 लोग अचानक बीमार हो गए। यह घटना डिडौली गांव की है, जहां कुलदीप गुप्ता के पिता की बरसी पर भोज आयोजित किया गया था। इस भोज में गाजर का हलवा भी शामिल था, जिसे खाने के कुछ देर बाद ही लोगों की तबीयत खराब हो गई। बीमार पड़े लोग तत्काल अस्पताल पहुंचे, और राहत की बात यह रही कि समय पर इलाज मिलने से उनकी स्थिति में सुधार हुआ।
मिलावटखोरी पर सवाल
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि गाजर के हलवे में इस्तेमाल किया गया दूध मिलावटी था, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में लोग फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हो गए। खाद्य विभाग को घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर खाने के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जिले में पहले भी मिलावटी दूध और पनीर बेचने की शिकायतें आ चुकी हैं, और यह घटना उसी मिलावटखोरी का हिस्सा हो सकती है।
खाद्य विभाग की भूमिका पर उठे सवाल
घटना के बाद ग्रामीणों ने खाद्य विभाग की लापरवाही पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यदि खाद्य विभाग समय रहते मिलावटखोरी की जांच करता, तो शायद इस प्रकार की घटना को रोका जा सकता था। अब यह देखना होगा कि खाद्य विभाग की जांच में क्या सामने आता है और प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है।
जांच और प्रशासन की जिम्मेदारी
खाद्य विभाग (UP News) की टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सैंपल को जांच के लिए भेज दिया है, और इस मामले में जल्द ही कोई ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है। मिलावटी खाद्य सामग्री की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े होना स्वाभाविक है, और यह जरूरी हो गया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
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