UP News : उत्तर प्रदेश (UP) पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। यूपी पुलिस में 60 हजार कांस्टेबल भर्ती की परीक्षा दोबारा होने वाली है। यूपी सरकार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा जल्द आयोजित कराने की तैयारी कर रही है।
भर्ती बोर्ड ने मांगी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश (UP) पुलिस भर्ती बोर्ड 60,244 सिपाहियों की भर्ती की लिखित परीक्षा कराने में जुट गया है। भर्ती बोर्ड ने दोबारा परीक्षा कराने के लिए सभी जिलों के एसपी, एसएसपी और पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है। पुलिस अधिकारियों से भर्ती बोर्ड ने ये रिपोर्ट जिलों के कोषागारों के सुरक्षा इंतजामों के संबंध में मांगी है। पुलिस अधिकारियों से भर्ती बोर्ड ने पूछा कि जिले के कोषागार परिसर परीक्षा सामग्री को रखवाने के लिए सुरक्षित हैं या नहीं।
ये सवाल पूछे गए
पुलिस अधिकारियों से भर्ती बोर्ड ने रिपोर्ट में जो जानकारी मांगी गई है उसमें कई तरह के सवाल पूछे गए हैं। जैसे, कोषागारों में डबल लॉक सिस्टम की व्यवस्था है या नहीं ,अगर है तो दोनों लॉक की चाबियां अलग-अलग अफसरों के पास होनी चाहिए। कोषागार के दरवाजे और पूरे कॉरिडोर को कवर करने वाले सीसीटीवी कमरे हैं या नहीं। रिपोर्ट में कैमरे के डीवीआर, हार्ड डिस्क किस किस्म के भी जानकारी मांगी गई है। साथ ही कोषागार में तैनात पुलिसकर्मी, सुरक्षा कर्मियों के ड्यूटी रोस्टर, लॉग बुक और अग्नि सुरक्षा के बारे में भी सवाल पूछे गए हैं।
रिपोर्ट के बाद प्रक्रिया शुरु होगी
कोषागार में भर्ती बोर्ड ने कितने एंट्री ,एग्जिट प्वाइंट है ,कितनी खिड़कियां हैं इसको लेकर भी भर्ती बोर्ड ने जिला कप्तानों से भी रिपोर्ट मांगी है। जिलों के पुलिस कप्तानों से रिपोर्ट मिलने के बाद भर्ती बोर्ड अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाएगा। वहीं बोर्ड की दूसरी विंग परीक्षा कराने के लिए एजेंसी की तलाश में जुटी है। बता दें कि फरवरी में इसी भर्ती परीक्षा का पेपर आउट हुआ था जिसके बाद योगी सरकार ने भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया था। अब पुलिस भर्ती बोर्ड जल्द ही लिखित परीक्षा कराने की तैयारी में जुट गया है।
बता दें कि इस साल फरवरी में आयोजित उत्तर प्रदेश (UP) सिपाही भर्ती परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था। सिपाही भर्ती एग्जाम के बाद पेपर लीक का दावा किया गया था। छात्रों ने दावा किया था कि परीक्षा से पहले और परीक्षा के बाद ही उनके मोबाइल में पूरा पेपर था। पेपर के साथ ऑसर भी थे। इसको लेकर भी पुलिस भर्ती बोर्ड ने छात्रों से साक्ष्य मांगे थे, जिसके बाद सरकार ने सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर भी रद्द कर दिया था। इस मामले की जांच भी एसटीएफ के पास है।