UP News: उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर सीट से लोकसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा नेता मेनका गांधी ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। हार के बाद अमित शाह से उनकी यह पहली मुलाकात थी। दोनों नेताओं ने चुनावी हार के कारणों के विश्लेषण सहित लंबी चर्चा की। इस मुलाकात से राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। मेनका गांधी मंगलवार को दिल्ली पहुंचीं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनावी हार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उन्हें पार्टी संगठन में कोई अहम जिम्मेदारी दे सकती है।
ऐसी जिम्मेदारियों के लिए उनका नाम सबसे ऊपर है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव के बाद कई वरिष्ठ नेताओं को सक्रिय राजनीति से दूर नई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। मेनका गांधी को दी जा सकती है बड़ी जिम्मेदारी भारतीय जनता पार्टी को इस बार उत्तर प्रदेश में बड़ी हार का सामना करना पड़ा। पार्टी ने ऐसी हार की उम्मीद नहीं की थी, कई वरिष्ठ नेता और मंत्री अपनी सीट हार गए। मेनका गांधी को सुल्तानपुर सीट पर भी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद भाजपा ने हार के कारणों को समझने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया। यह टीम प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को मिले कम वोटों के कारणों की जांच करेगी। माना जा रहा है कि हार के कारणों की समीक्षा के बाद भाजपा में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
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इस दौरान पार्टी और संगठन में फेरबदल हो सकता है और कई बड़े नेताओं को पार्टी को मजबूत करने के लिए अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसके मद्देनजर बड़े नेताओं को संगठनात्मक कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। भारतीय जनता पार्टी ने मेनका गांधी को लगातार दूसरी बार सुल्तानपुर सीट से टिकट दिया था। इस चुनाव में उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के राम भुआल निषाद से था, लेकिन उन्हें 43,174 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, भाजपा ने उनके बेटे वरुण गांधी को पीलीभीत सीट से मैदान में नहीं उतारा। इसके बाद से वरुण गांधी भाजपा के किसी मंच पर नजर नहीं आए। हालांकि, मतदान से पहले उन्होंने अपनी मां के समर्थन में एक दिन सुल्तानपुर में प्रचार जरूर किया।