UP News : उत्तर प्रदेश के मेरठ में बुधवार की सुबह-सुबह एक बड़े एनकाउंटर ने सनसनी मचा दी। लॉरेंस बिश्रोई गैंग का कुख्यात अपराधी जितेंद्र उर्फ जीतू पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। इस एनकाउंटर को एसटीएफ की नोएडा यूनिट और मेरठ पुलिस ने मिलकर अंजाम दिया। जितेंद्र पर गाजियाबाद पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था, और वह पैरोल पर जेल से बाहर आकर फरार हो गया था। उसे पहले ही अदालत से उम्रकैद की सजा मिल चुकी थी।
एनकाउंटर की पूरी जानकारी
यह एनकाउंटर मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र में हुआ। जानकारी के अनुसार, बुधवार की भोर में दो बजे के बाद पुलिस और एसटीएफ टीम ने जितेंद्र की घेराबंदी की थी। पुलिस ने उसे हथियार डालकर आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया, लेकिन उसने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस ने उसकी जवाबी फायरिंग में उसे गोली मारी, और घायल होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। तत्परता से उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
जितेंद्र का आपराधिक इतिहास
जितेंद्र उर्फ जीतू हरियाणा के झज्जलर जिले के असौंदा सिवान गांव का निवासी था। उसके खिलाफ आठ से ज्यादा गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। 2026 में हुए एक डबल मर्डर केस में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। 2023 में, वह पैरोल पर जेल से बाहर आकर फरार हो गया था, और तब से पुलिस उसकी तलाश में थी। गाजियाबाद पुलिस ने भी 2023 में टीला मोड़ थाना क्षेत्र में हुई एक हत्या के मामले में उसकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
एसटीएफ को जितेंद्र के बारे में सूचना मिलने के बाद उसकी तलाश तेज कर दी गई। यह सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मेरठ में उसकी घेराबंदी की, और अंतत: एनकाउंटर में वह मारा गया। पुलिस ने इस सफलता को एक बड़ी जीत के रूप में लिया है, क्योंकि वह लंबे समय से फरार था और उसकी गिरफ्तारी के लिए कई प्रयास किए जा रहे थे।