UP News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राज्य के 11 जिलों में बाढ़ की स्थिति की गंभीरता का आकलन किया। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण कई हिस्से बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। इस बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में पिछले 24 घंटों में 10 लोगों की मौत हुई है, जिसमें बांदा और कन्नौज जिले में दो-दो तथा अन्य जिलों में एक-एक व्यक्ति की जान गई है।
राहत कार्यों के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कुशीनगर, महराजगंज, लखीमपुर खीरी, बलिया, फर्रुखाबाद, गोंडा, कानपुर नगर, गौतम बुद्ध नगर, सीतापुर, हरदोई और शाहजहांपुर के अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का व्यक्तिगत दौरा करने और स्थिति की निगरानी करने का भी आदेश दिया, ताकि राहत प्रयासों को और प्रभावी बनाया जा सके।
तात्कालिक सहायता का आश्वासन
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जानी चाहिए। उन्होंने एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, उन्होंने फसल के नुकसान का आकलन करने और किसानों को उचित मुआवजा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राहत कार्यों की गति
राहत आयुक्त (UP News) भानु चंद्र गोस्वामी ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद उत्तर प्रदेश के 11 बाढ़ प्रभावित जिलों में युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। पिछले 72 घंटों में राज्य में औसत से अधिक बारिश ने बाढ़ की स्थिति को और गंभीर बना दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को उत्तर प्रदेश के 75 में से 45 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई।
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