Bihar News: छह साल पहले बिहार के चर्चित उद्योगपति और भाजपा नेता गुंजन खेमका की दिनदहाड़े फैक्ट्री के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब, ठीक उसी अंदाज़ में, उनके पिता ग़ोपाल खेमका की भी हत्या कर दी गई। इस बार पटना स्थित उनके आवास के बाहर, रात के अंधेरे में। एक ही परिवार के दो सदस्यों की टारगेटेड किलिंग ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है। पुलिस और जनता अब एक ही सवाल पर अटकी हुई है। क्या ये दोनों हत्याएं एक गहरी, सुनियोजित और लंबे समय से चली आ रही साज़िश का हिस्सा थीं?
कारोबारी दुश्मनी बनी हत्या की वजह?
पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं। इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड के पीछे खेमका परिवार के एक पुराने कारोबारी प्रतिद्वंद्वी अशोक कुमार साव का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि साव ने शूटर उमेश यादव को ₹3.3 लाख की सुपारी दी थी। उमेश को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि हथियार सप्लाई करने वाला विकास उर्फ़ राजा हाल ही में एक एनकाउंटर में मारा गया। माना जा रहा है कि ग़ोपाल की हत्या से साव को व्यापारिक रूप से लाभ मिल सकता था।
जेल से चली साजिश की डोर?
मामला यहीं नहीं थमा। पुलिस को संदेह है कि इस हत्या की साजिश ब्यूर जेल से रची गई थी, जहां से कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा पूरे नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था। सूत्रों का मानना है कि खेमका परिवार एक पुराने भूमि विवाद में उलझा हुआ था और यही विवाद संभवतः गुंजन खेमका की हत्या की भी वजह बना था।
दो हत्याएं, एक ही तरीका
गुंजन और गोपाल दोनों की हत्याओं में चौंकाने वाली समानताएं सामने आई हैं। बाइक सवार शूटर, बेहद करीब से की गई फायरिंग, चेहरे ढके हुए और पीड़ितों की हर गतिविधि की सटीक जानकारी। इन समानताओं से स्पष्ट है कि ये हत्याएं किसी साधारण दुश्मनी का परिणाम नहीं, बल्कि पेशेवर गिरोह द्वारा की गई सुनियोजित साजिश थीं।
क्या एक ही गैंग है मास्टरमाइंड?
SIT और STF अब इस बात की गहराई से जांच कर रही हैं कि क्या दोनों हत्याओं के पीछे एक ही अपराधी गिरोह या मास्टरमाइंड है? साथ ही, कुछ राजनीतिक चेहरों के नाम भी जांच के दायरे में आए हैं, जिनसे जल्द पूछताछ की जा सकती है।
यह अब सिर्फ हत्या की जांच नहीं रह गई, बल्कि एक पूरे खेमका कारोबारी साम्राज्य को खत्म करने की गहरी साजिश की परतें खुलने लगी हैं। और सवाल अब यह उठ रहा है। आख़िर गोपाल और गुंजन खेमका की मौत से सबसे बड़ा फायदा किसे मिला?
हमारी इंटर्न सुनिधि सिंह द्वारा लिखित
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