US Shutdown: 1अक्टूबर 2025 से अमेरिका की केंद्र सरकार शटडाउन में चली गई है। करीब सात साल बाद अमेरिका में फिर से ऐसा हुआ है जब संघीय सरकार को अपने कई काम बंद करने पड़े हैं। इसका सीधा असर आम लोगों, कर्मचारियों और कई जरूरी सेवाओं पर पड़ रहा है।
क्या है शटडाउन और ये क्यों होता है?
सरकारी शटडाउन तब होता है जब अमेरिका की संसद यानी कांग्रेस अगले वित्तीय साल के लिए बजट पास नहीं कर पाती। जब बजट पास नहीं होता, तो सरकार के पास कई विभागों को चलाने के लिए पैसे नहीं होते। ऐसे में उन विभागों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ता है।
इस बार सीनेट में फंडिंग बढ़ाने का प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया। इसे पास करने के लिए 60 वोट चाहिए थे, लेकिन 55 ही वोट मिले। आखिरी समय सीमा 30 सितंबर की रात 12 बजे थी, जो गुजर गई और सरकार शटडाउन में चली गई।
किन-किन सेवाओं पर पड़ेगा असर?
शटडाउन का मतलब ये नहीं कि पूरी सरकार बंद हो जाती है। जरूरी सेवाएं, जैसे:
- पुलिस और कानून-व्यवस्था
- आपातकालीन अस्पताल
- एयर ट्रैफिक कंट्रोल
चलते रहते हैं। लेकिन बाकी कई सेवाएं प्रभावित होती हैं:
- पासपोर्ट और वीजा जारी होने में देरी हो सकती है
- इमिग्रेशन केस फंस सकते हैं
- सोशल सिक्योरिटी और मेडिकेयर सेवाएं धीमी या बंद हो सकती हैं
- राष्ट्रीय पार्क, म्यूज़ियम, सरकारी वेबसाइट्स, हेल्पलाइन ठप हो सकते हैं
- छोटे व्यवसायों को सरकारी मदद मिलने में देरी हो सकती है
लाखों कर्मचारियों पर असर
सरकार के शटडाउन से हर दिन करीब 7.5 लाख फेडरल कर्मचारी छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं। इसका रोज़ का खर्च करीब 400 मिलियन डॉलर है। ऐसे कर्मचारी जबरन छुट्टी पर रहते हैं और उन्हें बाद में वेतन मिलता है, लेकिन तब तक आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
ट्रंप का डेमोक्रेट्स पर हमला
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शटडाउन के लिए डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर बजट को लेकर सहमति नहीं बनी, तो वो फेडरल कर्मचारियों की छंटनी का रास्ता अपना सकते हैं।
पिछली बार कब हुआ था शटडाउन?
- सबसे लंबा शटडाउन 2018-2019 में हुआ था, जो 34 दिन चला था
- ट्रंप के कार्यकाल में तीन बार शटडाउन हो चुका है
- 1995-96 में बिल क्लिंटन के समय 21 दिनों तक शटडाउन चला था
टूरिज्म और बिजनेस को बड़ा नुकसान
अमेरिकन ट्रैवल एसोसिएशन का कहना है कि शटडाउन की वजह से हर हफ्ते टूरिज्म सेक्टर को करीब 1 बिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। 2019 की तरह इस बार भी हवाई यात्राओं में देरी और सुरक्षा जांच में रुकावट आ सकती है, क्योंकि TSA और एयर ट्रैफिक कंट्रोल कर्मचारी बिना वेतन काम कर रहे होंगे।
छोटे बिजनेस और ठेकेदार भी प्रभावित
सरकारी विभागों के बंद होने की वजह से सरकारी लोन मिलने में देरी होगी। सरकारी अनुबंधों पर काम करने वाले ठेकेदारों को भुगतान समय पर नहीं मिलेगा कई छोटे व्यापारों को नुकसान हो सकता है, कुछ को अपने कर्मचारियों को छुट्टी पर भी भेजना पड़ सकता है
शटडाउन सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, इसका असर सीधे लोगों की जिंदगी और देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। जितना जल्दी ये खत्म होगा, उतना ही अच्छा होगा आम अमेरिकियों और पूरी दुनिया की इकॉनमी के लिए, क्योंकि अमेरिका की अर्थव्यवस्था का असर ग्लोबल मार्केट्स पर भी पड़ता है।
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