Akhilesh Yadav News : समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार बड़े उद्योगपतियों का तो साथ देती है, लेकिन किसानों को लगातार अपमानित करती है। अगर कोई किसान सवाल उठाता है, तो उसे बदनाम कर उसकी पगड़ी उछाल दी जाती है।
अखिलेश यादव ने कहा, “बीजेपी सरकार किसानों को उनका हक नहीं देना चाहती। जो भी आवाज उठाता है, उसे दबा दिया जाता है। समय-समय पर किसानों के साथ भेदभाव और अपमान किया गया है।”
‘हिंदू राष्ट्र’ की बातों पर भ्रम फैलाने का आरोप
प्रेस वार्ता के दौरान जब धर्म संसद में हिंदू राष्ट्र के ऐलान पर सवाल किया गया तो अखिलेश यादव ने कहा, “ये सब बेबुनियादी मुद्दे हैं। सवाल ये है कि किसानों की उपज का पैसा किसको मिला? पैसा अकाउंट में गया या नहीं? धान की खरीद कब हुई? मूंगफली में कितना भेदभाव हुआ? इन बुनियादी सवालों पर सरकार बात करने को तैयार नहीं है। भ्रष्टाचार आसमान छू रहा है, लेकिन ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है।”
जातीय जनगणना को बताया PDA की जीत
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जातीय जनगणना को लेकर कहा कि यह PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) परिवार की बहुत बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि सरकार की चालबाजियों को इस बार कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। “403 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की कोई 420 नहीं चलने वाली,” उन्होंने कहा।
‘बीजेपी भाईचारा खत्म करना चाहती है’
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने इस पर सर्वदलीय बैठक में अपनी बात रख दी है और उम्मीद है सरकार ठोस कदम उठाएगी। वहीं, बहराइच में सालार गाजी मेले को अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदू-मुस्लिम भाईचारा खत्म करना चाहती है। “ये मेला दोनों समुदायों का है, लेकिन सरकार को इससे भी परेशानी है,” अखिलेश ने कहा।
NOC के नाम पर वसूली और भ्रष्टाचार के आरोप
अखिलेश यादव ने लखनऊ की एक बेकरी में आग लगने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यह हादसा NOC न मिलने और भ्रष्ट तंत्र की वजह से हुआ। “हजरतगंज में जब आग लगी थी तो नोटिस दिया गया था, लेकिन अब क्या हुआ? पैसे लेकर एनओसी न देना, रिश्वतखोरी और कमीशनखोरी आम हो गई है। उत्तर प्रदेश के अधिकारी प्रदेश से बाहर इनवेस्टमेंट कर रहे हैं और सभी बड़े अधिकारी इसी में लगे हैं।”