Atul Subhash Case : बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष के बेटे व्योम के बारे में जौनपुर से एक अहम जानकारी सामने आई है। पुलिस ने आखिरकार यह पता लगा लिया है कि व्योम कहां है। जानकारी के अनुसार, चार साल का नन्हा व्योम इस समय अपनी मां निकिता सिंघानिया के रिश्तेदार के यहां रह रहा है। निकिता ने पहले ही उसे वहां ठहराया था। इस समय व्योम पूरी तरह से सुरक्षित है और स्कूल भी जा रहा है।
अतुल सुभाष के सुसाइड केस में आरोपित उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा और मामा अनुराग फिलहाल बेंगलुरु जेल में बंद हैं। इन आरोपियों को कोर्ट ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। 30 दिसंबर को उनकी न्यायिक हिरासत खत्म हो जाएगी, और उसके बाद उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस दौरान पुलिस को आरोपियों द्वारा दी गई जानकारी को कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘बेटे व्योम की कस्टडी उनके माता-पिता को सौपी जाए’ – अतुल सुभाष
बता दें कि 9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने आत्महत्या (Atul Subhash Case) कर ली थी, और अपनी पत्नी निकिता, सास, साला और चाचा ससुर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। अतुल ने एक 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानियों का विवरण दिया था। इस नोट में उन्होंने अपने बेटे व्योम के लिए भी कुछ बातें लिखी थीं। उन्होंने नोट में लिखा था, ” तुम एक दिन बेटा, मुझे जरूर समझोगे।
आगे कहा- ये लोग तुम्हारा भी बस इस्तेमाल ही कर रहे हैं। मुझे तुमसे मिलने तक नहीं दिया जाता। बस तुम्हारी एवज में मुझसे पैसे ऐंठते रहते हैं।” अतुल ने अपील की है कि उनके बेटे व्योम की कस्टडी उनके माता-पिता को सौपी जाए।
इसके बाद अतुल के भाई विकास ने बेंगलुरु पुलिस में चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने 13 दिसंबर को निकिता को गुरुग्राम से और निशा एवं अनुराग को प्रयागराज से गिरफ्तार किया था।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से अपील
अतुल के पिता पवन मोदी ने अपने पोते के संरक्षण के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी पत्र भेजा था। उन्होंने निकिता की गिरफ्तारी के बाद यह आशंका जताई थी कि कहीं निकिता ने उनके पोते के साथ कुछ गलत न कर दिया हो। हालांकि, अब जो नई जानकारी सामने आई है, उससे पवन मोदी को राहत मिली है कि उनका पोता सुरक्षित है।
निकिता ने खुद दी जानकारी
जौनपुर पुलिस के इंस्पेक्टर रजनीश कुमार ने बताया कि निकिता ने खुद बेंगलुरु पुलिस को सूचित किया था कि उसका बेटा फरीदाबाद के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई कर रहा है। उसकी देखभाल उसके एक रिश्तेदार कर रहे हैं।
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