Ayodhya News : भगवान श्रीराम के विवाह की तैयारियां पूरे धूमधाम से चल रही हैं। आपको बता दें कि विवाह का आयोजन अगले महीने 6 दिसंबर को होगा, लेकिन उससे पहले आज सोमवार को तिलकोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस पवित्र आयोजन के लिए नेपाल से 501 तिलक चढ़ाने वाले (तिलकहरू) अयोध्या पहुंच चुके हैं।
नेपाल से आया तिलक
नेपाल के मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री इस आयोजन में भाग लेने के लिए रवाना हो चुके हैं और रविवार शाम तक उनका काफिला गोपालगंज पहुंच गया। हर साल भगवान राम के लिए नेपाल से तिलक भेजने की परंपरा है, जो इस बार भी जारी है। इस आयोजन में नेपाल के जनकपुर से आए जानकी मंदिर के छोटे महंत रामरोशन दास सीता माता के छोटे भाई की भूमिका निभाते हुए भगवान श्रीराम को तिलक चढ़ाएंगे।
तिलकोत्सव का समय
तिलकोत्सव का आयोजन रामसेवक पुरम में दोपहर 2 बजे किया जाएगा। (Ayodhya News ) इस दौरान बारात का औपचारिक न्योता भी दिया जाएगा। इस आयोजन के लिए नेपाल राष्ट्र के संयोजक रघुनाथ शाह और उनके साथ 12 से अधिक लोग पहले ही अयोध्या पहुंच गए हैं।
संत-महंत को भेजे गए निमंत्रण
तिलकोत्सव के लिए संतों और महंतों को विशेष निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। आयोजन स्थल पर 100×90 फीट का विशाल मंच तैयार किया गया है। इसी निमंत्रण पत्र में 26 नवंबर को अयोध्या से नेपाल के जनकपुर जाने वाली बारात का विवरण भी शामिल है। हालांकि, बारात के लिए अलग से विशेष निमंत्रण पत्र तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें चुनिंदा बारातियों को ही भेजा जाएगा।
स्वादिष्ट व्यंजनों का इंतजाम
तिलक चढ़ाने वाले 501 तिलकहरूओं के लिए खास भोज की व्यवस्था की गई है। (Ayodhya News ) भोजन में आलू टिक्की, पापड़ी चाट, छोले, चावल, रायता, हलवा, पापड़, सब्जी और पूड़ी जैसे स्वादिष्ट व्यंजन शामिल हैं। इसके अलावा, आयोजन में शामिल होने वाली महिलाएं अवध क्षेत्र के परंपरागत लोकगीत गाकर माहौल को मंगलमय बनाएंगी।
विवाह से पहले उत्सव की रौनक
भगवान श्रीराम के विवाह से पहले आयोजित तिलकोत्सव ने अयोध्या में उत्सव का माहौल बना दिया है। हर ओर तैयारियां जोरों पर हैं और आयोजन को भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। जनकपुर से अयोध्या तक की यह सांस्कृतिक कड़ी भारत-नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ कर रही है।