Azamgarh Electricity Bill : आपने अक्सर सुना होगा कि किसी व्यक्ति को बिना बिजली कनेक्शन के भी बिजली का बिल भेज दिया जाता है, या फिर कभी छोटे उपभोक्ताओं का बिल लाखों में आ जाता है। लेकिन अब एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति को लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों का बिजली बिल भेज दिया गया है। इस बार यह बिल 799 करोड़ रुपये का है।
यह मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले का है, जहां अराजीबाग के रहने वाले एक डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर बिजेंद्र राय ने हाल ही में नया मकान बनाया था। जब उन्हें अपने नए घर के लिए पहली बार बिजली का बिल आया, तो उन्होंने देखा कि वह बिल 799 करोड़ रुपये का था। यह देखकर बिजेंद्र राय के होश उड़ गए, क्योंकि यह राशि किसी सामान्य बिल के हिसाब से कहीं ज्यादा थी।
बिजेंद्र राय ने की शिकायत
डॉक्टर बिजेंद्र राय ने तुरंत इस बिल की शिकायत नगर निगम अधिकारियों से की, जिनका कहना था कि अगले महीने तक इस बिल को सही कर दिया जाएगा। लेकिन एक महीने बाद भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने मामले को लेकर अधिशासी अभियंता से लिखित शिकायत की, लेकिन फिर भी कोई असर नहीं हुआ। अधिकारियों ने उन्हें फिर से आश्वासन दिया कि जल्द ही बिल दुरुस्त कर दिया जाएगा, लेकिन मामला जस का तस बना रहा।
मुख्य अभियंता ने भी नहीं दिया समाधान
जब बिजेंद्र राय ने शिकायत को लेकर विद्युत निगम के मुख्य अभियंता नरेश कुमार से संपर्क किया, तो उन्होंने इस मामले की जानकारी न होने की बात कही। नरेश कुमार ने बिजेंद्र राय से बिल की एक कॉपी भेजने को कहा और आश्वासन दिया कि वे जांच करेंगे और बिल को दुरुस्त करवा देंगे।
अब देखना यह है कि अधिकारियों की ओर से दिया गया आश्वासन कब पूरा होता है और डॉक्टर बिजेंद्र राय को 799 करोड़ रुपये का बिजली बिल कब सही किया जाता है। इस अनोखे मामले ने विद्युत निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।