Bahraich : उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा अभी भी जारी है। उपद्रवियों ने सोमवार को दुकानों, अस्पतालों और शोरूम सहित कई घरों को आग लगा दी। प्रशासन ने इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है, फिर भी नकवा गांव में उपद्रवियों ने रात के समय धार्मिक स्थल को तोड़ने और आग लगाने की कोशिश की। पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
हिंसा और तनाव के बीच आजतक की टीम ने देर रात बहराइच का दौरा किया, जहां पुलिस बल की तैनाती देखी गई। इसके बावजूद, उपद्रवियों ने सोमवार रात लगभग 10 बजे एक गांव में फिर से आगजनी की। नकवा गांव के प्रधान ने बताया कि 10 से 15 लोग आए और उन्होंने आगजनी की। आगजनी के बाद पुलिस और पीएसी की भारी फोर्स मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया। पुलिस को देखकर उपद्रवी भाग गए।
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रविवार शाम को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो समुदायों में झड़प हुई, जिसमें पत्थरबाजी और फायरिंग में राम गोपाल मिश्र (22) की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। जैसे ही यह खबर फैली, पूरे इलाके में बवाल मच गया। हजारों लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए और तोड़फोड़ करने लगे। पुलिस ने हालात को संभालने की कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ गई।
14 अक्टूबर की दोपहर तक बवाल जारी रहा। इस दौरान उपद्रवियों ने एक अस्पताल और एक मेडिकल स्टोर को भी आग के हवाले कर दिया। मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करने के बाद अंतिम संस्कार किया। परिजनों ने सीएम से न्याय का आश्वासन मिलने के बाद ही यह कदम उठाया।
इससे पहले, उन्होंने सड़क पर शव रखकर हंगामा किया और प्रशासन से मांग की कि दोषियों का एनकाउंटर किया जाए। मुख्यमंत्री योगी ने एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश को बहराइच भेजा, जहां उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। रमपुरवा चौकी पर आक्रोशित भीड़ ने एडीजी के सामने तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिस पर उन्होंने अपनी पिस्टल निकालकर लोगों को दौड़ाया।