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Bharat ratna : चौधरी चरण सिंह सहित 4 दिग्गजों को भारत रत्न से किया सम्मानित, आडवाणी नहीं हुए शामिल, जानिए कौन है ये 5 विभूतियां

by | Mar 30, 2024 | अपना यूपी, बड़ी खबर, मुख्य खबरें, राजनीति

Bharat ratna : आज देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह व स्वतंत्रता सेनानी, उप PM लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व पीएम नरसिंह राव, बिहार के कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन एवं पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को सम्मानित किया जाना था। जिसमे से 4 को सम्मानित किया गया। लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत ठीक ना होने की वजह से वह समारोह में शामिल नहीं हो सके। बता दें कि केंद्र सरकार ने साल 2024 के लिए इन पांच दिग्गजों को चुना है। गौरतलब है कि 2020 से 2023 तक किसी को भी भारत रत्न नहीं दिया गया। आज ये सम्मान समारोह राष्ट्रपति भवन में सम्पन्न हुआ।

पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी समेत अन्य चार गणमान्य व्यक्तियों (पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन) को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया । सम्मान समारोह को देखते हुए शनिवार को राष्ट्रपति भवन में कोई चेंज ऑफ गार्ड समारोह नहीं होगा।

चौधरी चरण सिंह का जन्म 1902 में उत्तर प्रदेश के नूरपुर में एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने 1923 में विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1925 में आगरा विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। कानून में प्रशिक्षित, चरण सिंह ने अपना पेशा गाजियाबाद में शुरू किया। वह 1929 में मेरठ चले आये जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली।

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Bharat ratna : भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के सातवें उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को पाकिस्तान के कराची में एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। आडवाणी ने 2002 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के उप प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया। इससे पहले वह 1998 से 2004 तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में गृह मंत्री थे। वह भारतीय जनता पार्टी की नींव रखने वालों में से हैं। उन्होंने 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान विपक्ष के नेता की भूमिका निभाई है। उन्हें 2015 में  भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से नवाजा गया था।

राव ने लगातार आठ चुनाव जीते और कांग्रेस पार्टी में 50 साल से अधिक समय बिताने के बाद भारत के प्रधान मंत्री बने। उन्हें भारत में आर्थिक उदारीकरण का वास्तुकार माना जाता है। वह आठ बच्चों के पिता थे, 10 भाषाएं धाराप्रवाह बोलते थे और अनुवाद में निपुण थे।

Bharat ratna : ठाकुर को बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय का पुरोधा माना जाता है। एक साधारण नाई परिवार में जन्मे कर्पूरी ठाकुर ने अपना पूरा जीवन कांग्रेस विरोधी राजनीति में बिताया। कहा जाता है कि आपातकाल के दौरान भी इंदिरा गांधी तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई थीं।

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प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन का जन्म 1925 में मद्रास प्रेसीडेंसी में हुआ था। स्वामीनाथन केवल 11 वर्ष के थे जब उनके पिता का निधन हो गया। उनके बड़े भाई ने उन्हें शिक्षित किया। हालांकि उनके रिश्तेदार चाहते थे कि वे मेडिकल की पढ़ाई करें, लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा प्राणीशास्त्र से शुरू की।

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