Lok Sabha Election 2024 : 2024 के लोकसभा चुनाव के सियासी रणक्षेत्र में आज बीजेपी, एसपी, कांग्रेस और बीएसपी के दिग्गजों का जोरदार प्रचार देखने को मिलेगा। बीजेपी के प्रमुख नेता उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। मुख्यमंत्री योगी की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। साथ ही सीएम योगी आज बिहार में कई चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती पीलीभीत और मुरादाबाद में जनसभाएं करेंगी। इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मुजफ्फरनगर में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।
समाजवादी पार्टी ने बदायूं सीट से शिवपाल सिंह यादव की जगह उनके बेटे आदित्य यादव को उम्मीदवार बनाया है। आदित्य सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। शुरुआत में पार्टी ने बदांयू सीट से धर्मेंद्र यादव के नाम का ऐलान किया था। वही बाद में पार्टी ने धर्मेंद्र यादव को बदायूं से आज़मगढ़ स्थानांतरित कर दिया। फिर बदायूं के लिए शिवपाल यादव के नाम की घोषणा की गई। हालांकि, शिवपाल यादव ने उनकी जगह अपने बेटे को मैदान में उतारने की प्रक्रिया शुरू कर दी। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र भी लिखा था। काफी विचार विमर्श के बाद आखिरकार सपा ने बदायूं से प्रत्याशी के रूप में आदित्य यादव के नाम पर मुहर लगा दी।
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सपा-बसपा-कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती!
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) प्रचार अब तीसरे चरण में पहुंच गया है। ये वो दौर है जो सपा और बसपा का गढ़ हुआ करता था, लेकिन 2014 में बीजेपी का जादू ऐसा चला कि 2019 में भी इसकी गूंज सुनाई दी। जो वोटर पहले सपा और बसपा की तरफ झुकते थे वो अब बीजेपी के साथ हो गए हैं।
मायावती ने सपा, कांग्रेस और बीजेपी समेत पर साधा निशाना
बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुजफ्फरनगर में अपनी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) प्रचार रैली की शुरुआत करते हुए समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सरकार बनाती है तो वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की दिशा में काम करेंगी। क्षेत्र के लिए एक अलग राज्य का दर्जा देने की मायावती की मांग मुख्यमंत्री के रूप में उनके पिछले कार्यकाल (2007-12) की याद दिलाती है, जब उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश से चार अलग राज्य बनाने के लिए राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया था।
मुस्लिम उम्मीदवार चाहत के बावजूद भी नहीं उतार पाईं मायावती
करीब सात साल बाद मायावती एक बार फिर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) मुजफ्फरनगर में चुनावी रैली करने पहुंचीं। मायावती ने अपने संबोधन के जरिए विश्व बंधुत्व और सामाजिक सद्भाव का संदेश देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि बसपा जाट समुदाय या मुसलमानों के खिलाफ नहीं है बल्कि समाज के सभी वर्गों की पार्टी है। हम इस बार मुजफ्फरनगर से एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारना चाहते थे, लेकिन मुस्लिम इस सरकार से इतना डरे हुए हैं कि कोई भी टिकट के लिए आगे नहीं आया। ऐसे में हमें अति पिछड़ा समाज से उम्मीदवार उतारना पड़ा।