Ketki Singh News : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता और बलिया की विधायक केतकी सिंह ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है। उनका कहना था कि सरकार को मेडिकल कॉलेजों में मुस्लिमों के लिए अलग विंग बनवाना चाहिए, क्योंकि हो सकता है कि उन्हें अन्य धर्मों के लोगों के साथ इलाज करवाने में दिक्कत हो। इस बयान के बाद जहां विपक्षी दलों ने उनकी कड़ी आलोचना की, वहीं उनके समर्थकों ने इसे उनकी हिंदू हितों की रक्षा की भावना से जोड़ा।
जानें कौन हैं Ketki Singh
केतकी सिंह उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बांसडीह विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की विधायक हैं। वह एक मुखर और विवादों से घिरी नेता के रूप में जानी जाती हैं। उनकी राजनीतिक यात्रा, दृढ़ निश्चय और भोजपुरी संस्कृति के प्रति उनके लगाव ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया है।
केतकी सिंह का जन्म और पालन-पोषण बलिया में ही हुआ। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत स्थानीय स्तर पर लोगों की समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए काम करने से की। बीजेपी से जुड़ने से पहले वे एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भी चुनाव लड़ चुकी हैं।
2017 का चुनाव और पार्टी से वापसी
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के गठबंधन के कारण उनका टिकट कट गया था। इस पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। हालांकि, बाद में वे फिर से बीजेपी में शामिल हो गईं और 2022 के विधानसभा चुनाव में बांसडीह से जीत हासिल की।
2022 विधानसभा चुनाव में शानदार जीत
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में केतकी सिंह ने समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी को हराकर बड़ी जीत दर्ज की। यह उनकी राजनीतिक यात्रा के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ, क्योंकि राम गोविंद चौधरी इस क्षेत्र में लंबे समय से प्रभावशाली नेता रहे थे।
Ketki Singh के बेबाक बयानों की चर्चा
केतकी सिंह अपने बेबाक और विवादास्पद बयानों के लिए भी चर्चा में रही हैं। अप्रैल 2022 में बलिया में एक गरीब के घर पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाए जाने की घटना पर उन्होंने तहसीलदार को कड़ी फटकार लगाई और धमकी दी कि अगर ऐसा दोबारा हुआ तो वे तहसील में आग लगा देंगी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और विपक्षी नेता अखिलेश यादव ने इसका इस्तेमाल बीजेपी सरकार पर निशाना साधने के लिए किया।
केतकी ने इस मामले में गरीबों के हक की वकालत करते हुए कहा कि बिना जांच और नोटिस के ऐसी कार्रवाई स्वीकार्य नहीं है। इस तरह की घटनाओं के खिलाफ उन्होंने हमेशा अपनी आवाज उठाई और जनता के अधिकारों की रक्षा की।
जनता के बीच उनकी पहचान
केतकी सिंह अपने क्षेत्र की जनता के बीच सीधे संवाद और उनकी समस्याओं को तुरंत हल करने की कोशिशों के लिए जानी जाती हैं। चाहे वह अस्पताल में लापरवाही का मामला हो या प्रशासनिक कार्रवाई, वे हमेशा जनता के साथ खड़ी नजर आईं। उनके समर्थक उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं जो हमेशा अपने क्षेत्र की जनता के लिए खड़ी रहती हैं, जबकि विपक्षी उन्हें अक्सर विवादों में घिरा हुआ नेता मानते हैं।