Kushinagar : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मदनी मस्जिद पर बुलडोजर चलाए जाने के मामले को लेकर आज समाजवादी पार्टी का 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचा। इस डेलिगेशन की अगुवाई विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने की। मौके पर उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की मंशा थी कि कुशीनगर में दंगा भड़क जाए, लेकिन यहां के मुस्लिम समाज ने समझदारी दिखाते हुए सरकार की मंशा को नाकाम कर दिया। उन्होंने सरकार के इस कदम को गलत बताते हुए इसे सत्ता का दुरुपयोग करार दिया।
लाल बिहारी यादव ने आगे कहा कि यूपी सरकार न तो हाईकोर्ट का आदेश मानती है और न ही सुप्रीम कोर्ट का। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों के बजाय तानाशाही तरीके से काम कर रही है। उन्होंने इस मुद्दे को विधान परिषद में उठाने की बात कही और कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सरकार से इस कार्रवाई पर सवाल पूछेंगे। सपा नेता ने प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई से जनता में भय का माहौल बनाया जा रहा है।
गौरतलब है कि 9 फरवरी को कुशीनगर की मदनी मस्जिद पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया था। प्रशासन ने मस्जिद के अवैध हिस्से को ध्वस्त कर दिया था, जिसके बाद यह मामला राजनीतिक रूप से गरमा गया था। इस कार्रवाई का विपक्ष ने खुलकर विरोध किया और योगी सरकार पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। हालांकि, प्रशासन ने अपने बयान में इस कार्रवाई को कानून सम्मत बताते हुए इसका बचाव किया और बताया कि यह सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के तहत किया गया।
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सरकारी बयान के अनुसार, मदनी मस्जिद ग्राम समाज की सरकारी भूमि और थाने की जमीन पर अवैध रूप से निर्मित की गई थी, जिसके चलते प्रशासन ने इसे हटाने का निर्णय लिया। बताया गया कि मस्जिद का 14 फीट का अवैध हिस्सा गिराने के लिए प्रशासन ने 7 बुलडोजर लगाए थे। इसके अलावा, यह भी स्पष्ट किया गया कि निर्माणाधीन तीन मंजिला मस्जिद का नक्शा नगरपालिका से पास नहीं कराया गया था। हिंदूवादी नेता रामबचन सिंह द्वारा इस अवैध निर्माण की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई थी, जिसके बाद प्रशासन ने जांच कर यह कार्रवाई की।