Lok Sabha Election 2024 : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आने वाले मुरादाबाद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आगामी चुनाव के लिए बीजेपी की महत्वाकांक्षी योजना को दर्शाता है। आपको बता दें कि उन्होंने कहा कि जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश हासिल करेगा, वही पूरा प्रदेश हासिल करेगा। यह बयान क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण जीत हासिल करने, संभावित रूप से मिशन 80 को साकार करने, उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने के लक्ष्य के लिए भाजपा के दृढ़ संकल्प को रेखांकित करता है।
पहले चरण के चुनाव में जहां आठ सीटों पर वोटिंग होगी, वहीं 2019 के चुनाव में बीजेपी को पांच सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। केवल मुजफ्फरनगर, कैराना और पीलीभीत में ही भाजपा विजयी रही। समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद और रामपुर की सीटों पर कब्जा कर लिया, जबकि बसपा के उम्मीदवारों ने सहारनपुर, बिजनौर और नगीना में जीत हासिल की। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुल 27 सीटें हैं, पिछले चुनाव में भाजपा ने 19 सीटें जीती थीं। पार्टी का लक्ष्य इस चुनाव में सभी सीटें जीतने का है।
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इन आठ सीटों पर मुस्लिम वोट काफी महत्व रखता है। सहारनपुर में लगभग 39% मुस्लिम मतदाता हैं, जबकि कैराना में लगभग 38% हैं। मुज़फ़्फ़रनगर में मुसलमानों की आबादी 37% है और बिजनौर में यह आंकड़ा 38% से ऊपर है। नगीना में यह 42% है, जबकि मुरादाबाद में 45% है, और रामपुर 49% मुस्लिम आबादी के साथ शीर्ष पर है। पीलाखेड़ा में 25% मुस्लिम आबादी है। इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए बीजेपी को हिंदू वोटों को मजबूत करना होगा।
यूपी की सभी 80 सीटों पर बीजेपी का फोकस
इस रणनीति ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा के स्टार प्रचारकों को अपने प्रयास तेज करने के लिए प्रेरित किया है। आदित्यनाथ मतदाताओं को गुमराह होने के खिलाफ आगाह कर रहे हैं और राष्ट्रवाद और कानून-व्यवस्था के महत्व पर जोर दे रहे हैं। राज्य की सभी 80 सीटों पर भाजपा की नजर है, पार्टी सभी के लिए विकास के अपने एजेंडे पर जोर दे रही है और मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दे रही है।
हिंदुओं की एकता और तुष्टिकरण की नीतियों पर विपक्ष पर हमला
मिशन 80 के लिए बीजेपी की रणनीति में हिंदू वोटों को एकजुट करना और तुष्टिकरण के आरोपों का आक्रामक तरीके से जवाब देना शामिल है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण से भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह लगातार विपक्ष को मंदिर निर्माण के विरोध की याद दिला रहे हैं। योगी आदित्यनाथ अपनी रैलियों में राज्य से अपराधियों के खात्मे पर जोर देते रहते हैं।
बीजेपी का प्रमुख मुद्दों पर फोकस
अमित शाह का मुरादाबाद दौरा और योगी आदित्यनाथ की कैराना में रैली इन प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों पर भाजपा के फोकस का संकेत देती है। कैराना का चुनाव पिछले एक दशक से हिंदू पलायन से लेकर सांप्रदायिक तनाव जैसे कई मुद्दों के कारण सुर्खियों में रहा है।
इस बार यह त्रिकोणीय मुकाबला है, जिसमें भाजपा ने कैराना से मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी को मैदान में उतारा है। वहीं अखिलेश यादव की पार्टी ने यहां से पूर्व सपा सांसद मुनव्वर हसन की बेटी इकरा हसन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि श्रीपाल सिंह राणा बसपा के उम्मीदवार हैं।