Lucknow News : कल 25 दिसंबर को पूरे देश में क्रिसमस की धूम मची थी। चर्चों में प्रार्थनाओं का दौर चल रहा था, और जगह-जगह क्रिसमस पार्टियां आयोजित की जा रही थीं। लेकिन इस साल लखनऊ में ऐसा कुछ हुआ, जिसने सभी को चौंका दिया। दरअसल राजधानी लखनऊ में क्रिसमस सेलिब्रेशन के दौरान हरे राम-हरे कृष्णा के नारे लगाए गए और लोग एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए देखे गए।
लखनऊ में क्या हुआ?
लखनऊ में इस अनोखे क्रिसमस सेलिब्रेशन का आयोजन इस्कॉन मंदिर की कीर्तन मंडली ने किया। लेकिन उनका तरीका बाकी जगहों से काफी अलग था। हजरतगंज में इस्कॉन मंदिर की कीर्तन मंडली ने ढोल और नगाड़े की धुनों के साथ क्रिसमस की खुशियाँ मनाईं और वहां उपस्थित लोगों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मंडली के सदस्यों ने “हरे राम-हरे कृष्णा” के नारे लगाए और ढोल-नगाड़े की थाप पर नाचते हुए लोगों को क्रिसमस की बधाई दी।
कीर्तन मंडली में शामिल लोगों का कहना था कि वे सनातनी हैं और क्रिसमस की खुशियों में शामिल होकर अपनी संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा दे रहे हैं। इस (Lucknow News) अनोखे सेलिब्रेशन का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
देशभर में क्रिसमस की धूम
क्रिसमस के मौके पर पूरे देश में जगह-जगह त्योहारी माहौल देखने को मिला। रात के समय चर्चाओं में लोग एक-दूसरे से मिलकर प्रभु यीशु की पूजा अर्चना करने में व्यस्त थे। गिरजाघरों में भी भारी भीड़ थी। इसके साथ ही, स्कूलों में भी 24 दिसंबर को क्रिसमस सेलिब्रेशन आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर ईसाई समाज और देशवासियों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं।
क्रिसमस का महत्व
ईसाई धर्म के अनुसार, 25 दिसंबर को प्रभु यीशु का जन्म हुआ था। मान्यता है कि यीशु का जन्म बैथलहम में उनकी माता मरियम और पिता जोसेफ के घर हुआ था। तभी से 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाने की परंपरा शुरू हुई। हालांकि, यह भी ध्यान देने योग्य है कि रूस जैसे कई देशों में 25 दिसंबर को क्रिसमस नहीं मनाया जाता, बल्कि वहां इसे 7 जनवरी को मनाने की परंपरा है।