Moradabad News: बाढ़ की विकराल स्थिति से जूझ रहे मुरादाबाद के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। रामगंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से कई गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं, और इन क्षेत्रों में मरीजों तक पहुंचना कठिन हो गया था। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर “वॉटर बोट एंबुलेंस” सेवा की शुरुआत की है, साथ ही मोबाइल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी सक्रिय किया गया है।
जल में चलती एंबुलेंस बनी जीवनदायिनी
बाढ़ के कारण सड़कों पर आवागमन ठप हो चुका है और गांवों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। इन परिस्थितियों में वॉटर बोट एंबुलेंस ग्रामीणों के लिए जीवनरेखा बनकर उभरी है। इस बोट में एक डॉक्टर के साथ ही आवश्यक दवाएं, प्राथमिक उपचार की सामग्री और मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।
सेवा का शुभारंभ एडीएम एफआर ने किया
रविवार को इस अनूठी सेवा का शुभारंभ एडीएम एफआर द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि यह पहल उन गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए है, जो बाढ़ के चलते स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हो जाते थे।
क्या-क्या है इस बोट एंबुलेंस में?
- एक प्रशिक्षित डॉक्टर की मौजूदगी
- ज़रूरी जीवनरक्षक और सामान्य दवाइयाँ
- फर्स्ट एड किट और जांच के उपकरण
- आपात स्थिति में मरीज को अस्पताल ले जाने की सुविधा
मिली बड़ी राहत
सेवा के शुरू होते ही स्थानीय लोगों ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि इस पहल से उनकी बड़ी चिंता दूर हुई है और अब गंभीर हालात में भी उन्हें तुरंत उपचार मिल सकता है।
एक ग्रामीण महिला ने कहा कि “पहले इलाज के लिए बाहर जाने का कोई साधन नहीं था, अब बोट एंबुलेंस से डॉक्टर हमारे पास आ रहे हैं, इससे बड़ी राहत मिली है।”
रामगंगा नदी का बढ़ता जलस्तर चिंता का विषय
रामगंगा नदी के उफान पर आने से मुरादाबाद के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। वॉटर बोट एंबुलेंस सेवा के साथ-साथ अन्य राहत कार्य भी जारी हैं।