High Court News : भारी मात्रा में नकदी मिलने के मामले में चर्चा में आए जस्टिस यशवंत वर्मा ने आखिरकार मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीश पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण कर ली। मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली ने उन्हें हाईकोर्ट परिसर स्थित लाइब्रेरी हॉल में शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह सुबह 9:30 बजे हुआ। इसके साथ ही इलाहाबाद हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर उनका नाम सातवें नंबर पर अपडेट कर दिया गया है।
बार एसोसिएशन ने जताई नाराज़गी
हालांकि, इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने इस शपथ ग्रहण पर कड़ा ऐतराज जताया है। एसोसिएशन ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर सवाल किया कि शपथ ग्रहण की जानकारी बार को क्यों नहीं दी गई। बार एसोसिएशन का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता से होनी चाहिए थी।
अधिवक्ताओं ने किया था उनके तबादले का विरोध
बता दें कि जस्टिस यशवंत वर्मा का तबादला सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के निर्णय के तहत दिल्ली हाईकोर्ट से इलाहाबाद हाईकोर्ट किया गया है। दिल्ली हाईकोर्ट में कार्यरत रहते हुए वह कथित नकदी घोटाले में चर्चा में आए थे। इसी विवाद के कारण इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने उनके तबादले का विरोध किया था।
सात दिन की हड़ताल के बाद कामकाज बहाल
कोलेजियम के फैसले के विरोध में इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने सात दिनों तक न्यायिक कार्य से विरत रहकर हड़ताल की थी। अधिवक्ताओं का कहना था कि विवादों में रहे जज को इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्थानांतरित करना अनुचित है। हालांकि, वादकारियों की परेशानियों को देखते हुए 29 मार्च को हड़ताल स्थगित करने की घोषणा की गई, जिसके बाद मंगलवार से हाईकोर्ट में नियमित कामकाज दोबारा शुरू हो गया।