Raksha Bandhan: रक्षाबंधन के पर्व पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा डिपो की बसों को अब यात्रियों की संख्या के आधार पर किसी भी रूट पर भेजा जा सकेगा। इसके लिए चालकों और परिचालकों की इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) में सभी रूट के विकल्प पहले से ही दर्ज कर दिए गए हैं। आम दिनों में यह व्यवस्था लागू नहीं होती, लेकिन त्योहारों पर यह सुविधा यात्रियों की सहूलियत के लिए शुरू की है।
डिपो में कुल 305 बसें, रक्षाबंधन पर मिलीं 45 नई बसें
नोएडा और ग्रेटर नोएडा डिपो से फिलहाल कुल 305 बसें संचालित होती हैं। ये बसें आगरा, मथुरा, लखनऊ, बरेली, कासगंज, एटा, बदायूं, हरिद्वार, कोटद्वार, बिजनौर, अलीगढ़, कालागढ़, सहारनपुर और फर्रुखाबाद जैसे कई प्रमुख शहरों के लिए रोजाना सेवा प्रदान करती हैं।
रक्षाबंधन जैसे बड़े त्योहारों पर यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार डिपो को 45 नई बसें उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे सेवा की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसके अलावा, 35 और बसें जल्द ही डिपो को मिलने वाली हैं, जिससे यात्रियों को और अधिक राहत मिलेगी।
भीड़ के मुताबिक बदले जाएंगे रूट
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम, गौतमबुद्ध नगर के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन के दौरान कुछ रूट्स पर अपेक्षाकृत अधिक भीड़ हो सकती है, विशेषकर समीपवर्ती शहरों की ओर। इस स्थिति से निपटने के लिए यह व्यवस्था की गई है कि ईटीएम में सभी संभावित रूट्स को दर्ज कर दिया गया है।
अब परिचालक मौके की स्थिति के अनुसार तय करेगा कि किस रूट पर ज्यादा यात्री हैं और उसी अनुसार टिकट जारी किए जाएंगे। उदाहरण के लिए, यदि किसी बस में बदायूं जाने वाले यात्रियों की संख्या कम है और फर्रुखाबाद के लिए ज्यादा है, तो वह बस बदायूं की बजाय फर्रुखाबाद भेजी जाएगी। बदायूं के लिए बाद में अलग से बस की व्यवस्था की जाएगी।
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