Noida Airport News : उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अप्रैल में उड़ान शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन अब इसमें देरी हो सकती है। इसके लिए जरूरी एयरोड्रम लाइसेंस अभी तक नहीं मिला है, जो नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से प्राप्त किया जाना आवश्यक है। यह लाइसेंस मिलने के बाद ही एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू की जा सकती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयरोड्रम लाइसेंस मई महीने में मिलने की संभावना जताई जा रही है, और इसके बाद जून तक पहली उड़ान शुरू होने का अनुमान है।
एयरपोर्ट लाइसेंस के लिए जनवरी में किया था आवेदन
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (YIAPL) ने जनवरी में इस लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। यापल का कहना है कि वे एयरपोर्ट से उड़ान जल्दी शुरू कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। उनका दावा है कि एयरोड्रम लाइसेंस मिलने के बाद और एयरपोर्ट के अधूरे काम पूरे होने के बाद मई-जून में पहली उड़ान शुरू हो जाएगी। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी कुछ महीनों में शुरू होने की संभावना है।
एयरपोर्ट के काम में तेजी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में तेज़ी से प्रगति हो रही है। एयरपोर्ट के अंदर के कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे हो चुके हैं। इनमें कार्गो हब, एटीसी, वॉच टॉवर, ट्रेनिंग रूम, निकास के लिए सड़क, कैश गेट, समानांतर टैक्सी-वे, प्रवेश निवास टैक्सी-वे, आइसोलेटेड पार्किंग जैसी सुविधाओं का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा एयरपोर्ट के अन्य उपकरण भी स्थापित किए जा चुके हैं।
ग्रेटर नोएडा से 35 किमी दूर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यमुना एक्सप्रेस-वे के इंटरचेंज से जुड़ा हुआ है, जिससे इसके पास आने वाले क्षेत्र जैसे आगरा, अलीगढ़, मथुरा के लोग भी आसानी से एयरपोर्ट से जुड़ सकेंगे। यह एयरपोर्ट 1,334 हेक्टेयर में फैला हुआ है और इसकी दूरी ग्रेटर नोएडा से लगभग 35 किमी है। एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा, जिससे यह क्षेत्र और आसपास के जिलों के लिए एक प्रमुख परिवहन केंद्र बन जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की उम्मीदें
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन होने के बाद यहां से न केवल घरेलू उड़ानें शुरू होंगी, बल्कि कुछ महीनों के भीतर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शुरू होने की उम्मीद है। इस एयरपोर्ट के खुलने से उत्तर भारत के लोगों को एक नए और बेहतर परिवहन विकल्प का लाभ मिलेगा।