लखनऊ। विपक्षी दल सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को चुनौती देने के लिए “इंडिया गठबंधन” बनाने के लिए एक साथ आए हैं। हालांकि इस गठबंधन ने काफी दिलचस्पी और अटकलें पैदा की हैं, लेकिन सवाल बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से मायावती और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) से असदुद्दीन ओवैसी जैसे प्रमुख नेताओं की संभावित भागीदारी को लेकर हैं।समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता, शिवपाल यादव ने स्थिति पर विचार करते हुए कहा कि गठबंधन की समावेशिता के बारे में चिंता एक बड़ी चिंता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने संवाददाताओं को याद दिलाया कि मायावती ने पहले भाजपा के साथ गठबंधन किया था और उन्होंने ओवैसी के नेतृत्व गुणों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वो अच्छे और बड़े नेता है इसमें कोई संदेह नहीं है।
उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी
आपको बता दें कि शिवपाल यादव से तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया दी और कहा कि “हम और हमारी पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हम इंडिया गठबंधन में हैं, गठबंधन में रहने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।” वहीं वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर सपा नेता ने कहा कि बीजेपी सत्ता में आने के लिए कुछ भी कर सकती है। पूरे विपक्ष से विचार-विमर्श कर ये सब बातें होती हैं। केंद्र सरकार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी को वो काम करने चाहिए जो संविधान में दिए गए हैं।”
एक राष्ट्र, एक चुनाव
“एक राष्ट्र, एक चुनाव” के विवादास्पद मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर, शिवपाल यादव ने टिप्पणी की कि भाजपा सत्ता पाने के लिए किसी भी साधन का सहारा ले सकती है। उन्होंने ऐसे निर्णय लेते समय गहन चर्चा और संविधान के पालन के महत्व पर जोर दिया।