Shravasti : श्रावस्ती में नए साल के मौके पर पुलिस ने एक बड़े मामले का खुलासा किया है। नकली नोट छापने का गोरखधंधा जिले में धड़ल्ले से चल रहा था। बाजारों में 100 और 500 के नकली नोटों का तेजी से चलन बढ़ गया था। पुलिस ने जांच में पाया कि ये सारे नकली नोट एक मदरसे में छापे जा रहे थे। इस मामले का मुख्य सरगना, मदरसे का प्रबंधक मुबारक अली उर्फ नूरी बाबा, मदरसे की आड़ में नोट छापने की मशीन चला रहा था।
यह घटना उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के मल्हीपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मनपुर गांव की है, जो भारत-नेपाल सीमा से सटा हुआ है। पुलिस के मुताबिक, सरगना मुबारक अली ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर नकली नोट छापने का तरीका सीखा था। इसके बाद बाजारों में नकली नोटों का प्रचलन तेजी से बढ़ गया था, जिससे स्थानीय व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा था।
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पुलिस और एसओजी की टीम ने मिलकर इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया। छापेमारी में पुलिस ने सरगना मुबारक अली और उसके पांच साथियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से नकली नोट छापने की मशीन, प्रिंटर, इंक, कागज और बड़ी संख्या में नकली नोट बरामद हुए। सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है।
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुबारक अली पहली बार नकली नोट छापने का दावा कर रहा है। उसने बताया कि अब तक केवल 10,000 रुपये के नकली नोट छापे हैं। पुलिस (Shravasti) मामले की गहन जांच कर रही है और इस गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश जारी है।