लखनऊ। हाल के दिनों में न केवल देश सनातन धर्म को लेकर चर्चा में डूबा हुआ है, बल्कि उत्तर प्रदेश का राजनीतिक परिदृश्य भी तीखी बहसों से भरा हुआ है। कई बड़े नेताओं को सनातन धर्म पर टिप्पणी करते हुए देखा गया है, जिससे राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मच गई है। इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह टिप्पणी कर सवाल खड़े कर दिए कि, ”हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है, यह महज एक धोखा है।” फिलहाल, इससे बीजेपी नेता अपर्णा यादव नाराज हो गई हैं।
एएनआई (एशियन न्यूज इंटरनेशनल) के साथ हाल ही में बातचीत में, भाजपा नेता अपर्णा यादव ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा सनातन धर्म के बारे में की गई हालिया टिप्पणियों पर आलोचनात्मक रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह की टिप्पणी किसी अन्य देश में की जाती, तो इन नेताओं पर देशद्रोह का आरोप लगाया जाता और संभवतः उन्हें सलाखों के पीछे जाना पड़ता।
#WATCH | On the ‘Sanatana Dharma’ row BJP leader Aparna Yadav says, “‘Sanatana Dharma’ is immortal and eternal… All the invaders who came into the country also gave acceptance to ‘Sanatana’ afterwards. Because it’s a way of life. It got moral acceptance everywhere…If you had… pic.twitter.com/byzjzbQYKZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 7, 2023
स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा की गई टिप्पणियों, जिसमें कहा गया है कि हिंदू धर्म एक मात्र धोखा है, ने सनातन धर्म के सार और प्रकृति पर गहन चर्चा शुरू कर दी है। भारतीय सांस्कृतिक ताने-बाने में गहराई से रची बसी यह प्राचीन और विविध विश्वास प्रणाली, दार्शनिक और आध्यात्मिक परंपराओं की एक विस्तृत श्रृंखला को समाहित करती है।