Umesh Pal Murder Case : उमेश पाल और दो सरकारी बंदूकधारियों से जुड़े शूटआउट मामले से जुड़ी बड़ी खबर है। चार दिन पहले गिरफ्तार अतीक के गुर्गे बल्ली पंडित उर्फ सुधांशु त्रिवेदी ने बड़ा खुलासा किया है। उसने खुलासा किया कि उमेश पाल की हत्या की योजना बनायी गयी थी, जिसमें सुरक्षाकर्मियों की आंखों में मिर्च स्प्रे छिड़क कर उन्हें अलग करने का इरादा था। धोबी घाट चौराहे पर ही उमेश पाल को मारने की योजना थी।
सूत्रों के मुताबिक, जेल में बंद अतीक के बेटे ने भी ऑनलाइन चिली स्प्रे ऑर्डर किया था, उनका दावा है कि अतीक के बेटे की ऑनलाइन शॉपिंग अकाउंट हिस्ट्री में इसके सबूत मिले हैं। बल्ली के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या की योजना धूमनगंज में नहीं बल्कि धोबी घाट चौराहे पर बनाई गई थी। उमेश पाल को कोर्ट से लौटते समय धोबी घाट चौराहे पर घेर कर मौत के घाट उतारने की योजना थी।
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योजना के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों पर हमला नहीं करना था। इस योजना के विफल होने के बाद एक और योजना बनाई गई। बल्ली पंडित के मुताबिक अतीक अहमद ने उसे ये काम सौंपा था। वह राजू पाल की हत्या कराना चाहता था क्योंकि राजू पाल की उससे दुश्मनी चल रही थी। अतीक ने बल्ली पंडित के जरिए राजू पाल पर भी हमले का आदेश दिया था, लेकिन वह हमले में बाल-बाल बच गया।
इसके बाद अतीक अहमद ने राजू पाल की हत्या की साजिश रची। लेकिन राजू पाल की हत्या से ठीक 25 दिन पहले बल्ली एक अन्य मामले में सरेंडर कर जेल चला गया। बल्ली पंडित ने खुलासा किया है कि वह उमेश पाल की हत्या को लेकर हुई बैठक में मौजूद था। अतीक अहमद के नौकर राकेश ने साबरमती जेल से फोन पर उससे बात की थी।
अतीक ने उसे उमेश पाल की हत्या (Umesh Pal Murder Case) को अंजाम देने का निर्देश दिया था। खुल्दाबाद थाना पुलिस ने 27 मार्च को चकिया में बम के साथ बल्ली पंडित उर्फ सुधांशु त्रिवेदी को गिरफ्तार किया था। व्यवसायी श्याम पाल से दो लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में बल्ली पंडित को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।